झारखंड

कुपोषण उपचार, सेविका/ सहायिका के रिक्त पदों को जल्द भरने, आंगनबाड़ी केन्द्रों के विद्युतीकरण की समीक्षा कर दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश

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जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने की समाज कल्याण विभाग की समीक्षा, उप विकास आयुक्त समेत अन्य पदाधिकारी ऑनलाइन जुड़े

जमशेदपुर : समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, जिले में कुपोषण उपचार की वस्तुस्थिति, आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युतीकरण को लेकर जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल द्वारा ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गई। उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी बैठक से जुड़े। इस दौरान पोषाहार वितरण, पोषण अभियान के अंतर्गत पोषण ट्रैकर में इंट्री, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना समेत कई योजनाओं की समीक्षा की गयी।

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जिला कार्यालय को सेविका के 5 और सहायिका के 28 पदों पर नियुक्ति के प्रस्ताव मिले हैं जिनमें सेविका के 3 और सहायिका के 14 पदों पर अनुमोदन किया गया है। कुपोषण उपचार केन्द्रों में एक भी बेड खाली नहीं रखने का निदेश दिया गया। उप विकास आयुक्त ने कहा कि एमटीसी में बेड रिक्त होते ही वेटिंग के बच्चों का उपचार शुरू करें। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बिजली व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्रवाई हेतु निदेश दिया गया। सीडीपीओ को कार्यपालक अभियंता से समनव्य बनाते हुए आवेदन के साथ-साथ राशि जमा कराने की बात कही गई।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा में सभी सीडीपीओ और महिला सुपरवाइजर को शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। पोषण अभियान योजना अंतर्गत वृद्धि निगरानी, लाभुकों का आधार व मोबाइल नंबर सत्यापन, एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम, सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना का समीक्षा के क्रम में वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूर्व के द्वारा निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। बैठक में समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा संजना खलखो, सीओ सह सीडीपीओ कई अधिकारी उपस्थित थे।

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