झारखंड

काशीडीह हाई स्कूल में इंटर स्कूल एटीएल टेक फेस्ट का आयोजन किया गया।

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जमशेदपुर  ।  झारखंड 

19 अगस्त 2023 काशीडीह हाई स्कूल में इंटर स्कूल एटीएल टेक फेस्ट का आयोजन किया गया।

यह आयोजन भारत सरकार के अटल टिंकरिंग लैब और नीति आयोग के कार्यक्रम का एक हिस्सा है जो जमशेदपुर के कई स्कूलों में चलता है। इस टेक फेस्ट में जमशेदपुर के 19 स्कूलों की 54 टीमों ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों के बीच तकनीकी जागरूकता पैदा करना था।

टीमों ने अपने-अपने तकनीकी क्षेत्रों के विशेषज्ञ प्रख्यात निर्णायकगण के सामने अपने मॉडल प्रदर्शित किए। निर्णायकों में अभिषेक कुमार-टाटा स्टील, मनु कुमार वर्मा-जेएनवीटीआई, डॉ. अनिमेश जाना-वरिष्ठ वैज्ञानिक एनएमएल, डॉ. कृष्ण कुमार-वरिष्ठ वैज्ञानिक एनएमएल, उत्तम कुमार वर्मा-टाटा स्टील, देवेश मंडल-एनटीटीएफ बर्मामाइंस, पंकज गुप्ता एनटीटीएफ गोलमुरी, हिरेश-एनटीटीएफ गोलमुरी, सागर चानना, सौरभ, अमरनाथ सिंह और राजीव कुमार शर्मा शामिल थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती चंचला कुमारी-निदेशक बाल संरक्षण  द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

कार्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया गया- पूल ए और पूल बी और विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सभी मॉडलों को देखते हुए सर्वश्रेष्ठ दो मॉडलों को विजेता और उपविजेता घोषित किया गया। 

प्रत्येक नवप्रवर्तनक छात्रों और स्कूलों को भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया गया।

भाग लेने वाले स्कूलों में डीएवी पब्लिक स्कूल बिस्टुपुर, श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर-घाटशिला, डी.बी.एम.एस. इंग्लिश हाई स्कूल, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, गुलमोहर हाई स्कूल, जेएच तारापोर, केरल समाजम मॉडल स्कूल, यूपीजी गवर्नमेंट बीपीएम स्कूल – बर्मामाइंस, शिक्षा निकेतन-टेल्को, डीपीएस-रांची, दयानंद पब्लिक स्कूल-साकची, तारापोर स्कूल स्कूल-एग्रिको, जुस्को स्कूल कदमा, श्रीनाथ पब्लिक स्कूल-आदित्यपुर, आरएमएस खुटाडीह, जुस्को स्कूल साउथ पार्क और केरला पब्लिक स्कूल कदमा  शामिल थे।  विजेता श्री श्री विधा मदिर, घाटशीला एवं उपविजेता के पी एस बर्मामाइंस रही।

उपप्रधानाचार्य राकेश पांडे ने अपने समापन भाषण में प्रतिभागियों को संबोधित किया और छात्रों को उनकी भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि भविष्य में प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और केवल कौशल शिक्षा से लैस छात्र ही अपने पेशेवर जीवन में प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। इसलिए हर स्कूल को पाठ्यक्रम के पैटर्न को बदलने की जरूरत है ताकि हमारे भविष्य के नागरिक आवश्यक कौशल से अच्छी तरह सुसज्जित हो सकें।

कार्यक्रम को सफल बनाने में एटीएल समन्वयक श्री कमलेश ओझा एवं उनकी टीम  का योगदान रहा।

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