जमशेदपुर | झारखण्ड
नेशनल हॉकर फेडरेशन ने उपायुक्त महोदया को ज्ञापन सौंपा। रात के अँधेरे में उजाड़ीकरन की प्रक्रिया का विरोध जताया।
बता दें की नेशनल हॉकर फेडरेशन के जिला महासचिव उत्तम चक्रवर्ती ने बताया कि पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण एवं पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम, 2014 का अनुपालन नही किया गया। कानून के अनुसार अध्याय – 4 18.1 एवं 18.3 के नियमो का पालन नही किया गया। तीस दिनों की न तो नोटिस दी गई और ना ही टाउन वेंडिंग कमिटी की बैठक में पारित की गई। 27 दुकानें बनाई गई है और सैकड़ो दुकानदारों की दुकानें तोड़ी गई है। किनके आदेश से तोड़ी गई यह सवाल है? अब केवल लीपापोती का काम किया जा रहा है। जितने भी दुकानदार वहाँ दुकान लगाते थे तोड़ने से पहले सभी दुकानदारों को बसाने के लिए नियमानुसार कोई योजना नही बनाई गई। रविवार के दिन रात में पूरे फ़ोर्स के साथ बाजार को घेर कर दुकानों को तोड़ना समझ से परे है क्या ये सभी दुकानदार आतंकवादी थे?
पथ विक्रेताओं की पीड़ा का सम्मान करते हुए उन्होंने आगे कहा पर्व के समय सभी दुकानदारों ने अतिरिक्त पूंजी लगाई थी लाखो रुपये उनके नुकसान हुए उनकी भरपाई कैसे होगी ?
बाइक, कार आदि की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है, इसलिए सड़को का चौड़ीकरण किया जाता है ना कि गाड़ियों को प्रतिबंधित किया जाता है, उसी प्रकार पथ विक्रेताओ का उजाड़ीकरन नही वेंडिंग जोन एवं वेंडिंग मार्केट में बसाया जाना चाहिए। दुकानों को तोड़ने के लिए 1 दिन में ही योजना बन गई पर कानून बने 9 साल एवं स्किम बने 6 साल हो गए हैं , जमशेदपुर में एक भी वेंडर मार्केट नही बना।
नेशनल हॉकर फेडरेशन एवं जमशेदपुर के सभी फुटपाथ दुकानदार कानून की रक्षा, अपना अधिकार लेने के लिए आंदोलन रत रहेंगे सड़क से सदन अपनी मांगों को रखेंगे न्याय के लिए हाईकोर्ट तक जाएंगे। इस कार्यक्रम में सैकड़ो पथ विक्रेता शामिल हुए।