जमशेदपुर : कांग्रेस के टेल्को कॉलोनी मंडल के अध्यक्ष, देबाशीष घोष ने एक तस्बीर साझा करते हुए बीजेपी पर तीखे सवाल उठाए हैं। इस तस्वीर में लॉबीन हेंब्रम, चंपाई सोरेन, सीता सोरेन, मधु कोड़ा, हेमंत बिस्वासरमा, बाबूलाल मरांडी, अमर बाउरी, और हेमंत सोरेन शामिल हैं। घोष ने सवाल किया है कि इस तस्वीर में ज्यादातर नेता बीजेपी से संबंधित नहीं हैं, फिर भी बीजेपी इन नेताओं के साथ क्यों खड़ी दिख रही है?
देबाशीष घोष ने ओडिशा के राज्यपाल और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी सवाल किया है कि इस तस्वीर में बीजेपी का चेहरा कहां है? क्या बीजेपी को अपनी पहचान बनाने के लिए अन्य दलों के नेताओं का सहारा लेना पड़ रहा है?
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कांग्रेस के प्रमुख सवाल:
1. बीजेपी की वैचारिक स्पष्टता पर सवाल: इस तस्वीर में शामिल नेताओं में से ज्यादातर बीजेपी के नहीं हैं। इसके बावजूद अगर बीजेपी इन्हें समर्थन दे रही है, तो इससे पार्टी की वैचारिक स्पष्टता पर सवाल उठता है।
2. बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा: बाबूलाल मरांडी जैसे वरिष्ठ नेता होने के बावजूद, क्या बीजेपी मुख्यमंत्री पद के लिए एक स्पष्ट चेहरा प्रस्तुत नहीं कर पा रही है? यह पार्टी के अंदरूनी असमंजस को दर्शाता है।
3. बीजेपी की विचारधारा में गिरावट: बीजेपी जो पहले इन नेताओं के खिलाफ थी, अब उनके साथ खड़ी है। क्या यह सत्ता के लिए बीजेपी की मूल विचारधारा से समझौता करने का संकेत नहीं है?
4. महागठबंधन की तुलना में नेतृत्व की कमी: महागठबंधन के पास हेमंत सोरेन जैसा स्पष्ट और मजबूत नेतृत्व वाला चेहरा है, जबकि बीजेपी अपने मुख्यमंत्री प्रत्याशी को लेकर अनिर्णय की स्थिति में है।
कांग्रेस के नेता देबाशीष घोष ने बीजेपी पर सत्ता के लिए किसी भी प्रकार के समझौते करने का आरोप लगाया है। उनका मानना है कि बीजेपी अगर सच में झारखंड में मजबूत नेतृत्व देना चाहती, तो वह अपने पुराने और सशक्त नेताओं पर भरोसा करती, न कि अन्य दलों के नेताओं के साथ तस्वीर खिंचवाती।