झारखंड

करीम सिटी कॉलेज में प्रो अहमद बद्र और लैब इंचार्ज जॉय बनर्जी का विदाई समारोह

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जमशेदपुर। झारखण्ड 

करीम सिटी कॉलेज के ऑडिटोरियम में महाविद्यालय के शिक्षक संघ तथा शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वधान में उर्दू विभाग के प्राध्यापक प्रो अहमद बद्र तथा भौतिकी विभाग के लैब इंचार्ज जॉय बनर्जी के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें दोनों सेवानिवृत्त होने व्यक्तियों को महाविद्यालय की तरफ से तोहफे दिए गए और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई। 

प्रोफेसर अहमद बद्र एक महान साहित्यकार और शायर हैं। उनकी नियुक्ति 2003 में करीम सिटी कॉलेज के उर्दू विभाग में एक प्राध्यापक के रूप में हुई। उन्होंने मात्र बीस वर्षों तक एक प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवा दी और इसी साल 2023 में सेवानिवृत्त हुए। जॉय मुखर्जी ने दस साल महाविद्यालय की सेवा की। निसंदेह दोनों व्यक्तियों की सेवासेवाएं सराहनीय तथा अविस्मरणीय रहीं। 

सभा के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने अपने हाथों से दोनों सेवानिवृत्त होने वाले महानुभावों को गुलदस्ता देकर तथा शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। उसके बाद विचारों की अभिव्यक्ति प्रारंभ हुई सबसे पहले शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ एम एम नजरी तथा सचिव डॉ अनवर साहब ने सभा के समक्ष अपने अपने विचार रखे। उनके बाद जिन लोगों ने प्रो अहमद बद्र तथा जॉय मुखर्जी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की उनमें शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शाहनवाज खान, सचिव माजिद अशरफ, डा इंद्रसेन सिंह , डॉ तुफैल अहमद, डॉ शहबाज अंसारी, डॉ फखरुद्दीन अहमद, डॉ यहिया इब्राहीम के नाम प्रमुख हैं। अंत में जॉय मुखर्जी तथा प्रो अहमद बद्र ने अपनी बात सभा के समक्ष रखी। प्रो अहमद बद्र ने कहा कि मैंने विगत बीस वर्षों तक छात्र छात्राओं को पढ़ाया परंतु अफसोस यह है कि मैं जितना पढ़ा सकता था उसके मात्र दस प्रतिशत पढ़ा सका जिसका मुझे अफसोस है और इसका कारण मात्र विद्यार्थियों के अंदर पढ़ने की अभिलाषा की कमी है। परंतु मेरा जीवन शिक्षा और साहित्य के लिए समर्पित है जिसे मैं सेवानिवृत्त होने के बाद भी अपने स्तर से करता रहूंगा। 

अंत में प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने अध्यक्षीय भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की प्रो अहमद बद्र से हमारे महाविद्यालय और विशेषकर उर्दू विभाग को सम्मान मिला है। महाविद्यालय के प्रति उनकी श्रद्धा, अपने कर्तव्यों के प्रति उनकी लगन और मेहनत को हमेशा याद रखा जाएगा। 

सभा का संचालन मनोविज्ञान के प्राध्यापक डॉ जकी अख्तर ने किया और डॉ नेहा तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभा की समाप्ति की।

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