क्राइम

एकतरफा सनकी प्यार या फिर लव जिहाद की साजिश के तहत हिन्दू लड़कियों का इस्तेमाल, मामला दबाने के लिए दिए जा रहे सरकारी सहायता राशि। आइये जानते हैं, दुमका हत्या कांड का अंजाना सच।

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Crime Dairy : सोमवार 29 अगस्त, 2022

दुमका हत्या कांड :

लव जिहाद का शिकार न बन सकी तो जान से हाथ धोना पड़ा 16 वर्षीय अंकिता को। इस हत्याकांड से झारखंड राज्य ही नहीं पूरा देश सदमें में है। आखिर कब तक यह सब होता रहेगा। सनकी लड़के की बात न मानने पर उसने उसे जिंदा जला दिया, जिससे वह  प्यार करने की बात कहता है। यह वाकई में प्यार नहीं बल्कि सोची समझी साजिश है। वीडियो में हत्यारे का मुस्कुराता चेहरा समाज को मुँह चिढ़ाते हुए बतला रहा है कि उसने कोई गलती नहीं कि है और इस बात के लिए उसे कोई डर भी नहीं है। साफ शब्दों में वह सन्देश दे रहा है कि उसे इस बात का फक्र है।

क्या अंकिता के हत्यारे शाहरुख को हेमंत सरकार फाँसी की सजा दिला पाएंगे?

वर्तमान राज्य सरकार के अलावा पूरे राज्य से यह मांग उठ रही है कि वर्तमान राज्य सरकार अंकिता के हत्यारे शाहरुख को फांसी की सजा दिलवाएं, लेकिन मामला गंभीर दिख रहा है। क्योंकि वोट बैंक की राजनीति जहां होगी वहां निष्पक्ष न्याय की उम्मीद करना व्यर्थ है। अफवाह यह भी उड़ाई जा रही है कि दुमका एसपी हत्यारे को बचाने का प्रयास कर रहे थे? ट्विटर पर यह भी कहा जा रहा है कि हत्यारे शाहरुख को बचाने वाले डीएसपी नूर मुस्तफा पर FIR कब दर्ज होगा ?

बता दें कि झारखंड राज्य के जिला दुमका, जरूवाडीह निवासी अंकिता सिंह के कमरे में लगी खिड़की के बाहर से ही अंदर की ओर आरोपी ने पेट्रोल छिड़क दिया। वहीं आरोपी शाहरूख ने पेट्रोल से भरे बोतल को भी कमरे के अंदर फेंक कर बाहर से आग लगा दी। जब उसने यह सब किया उस वक्त सुबह के लगभग 4 बज रहे थे। वीडियो में साफ दिख रहा है जिसमें अंकिता कह रही है की आरोपी शाहरुख ने रात को 8 बजे उसे धमकाया था। इस संबंध में अंकिता ने अपने पिता संजीव सिंह को सारी बात बताई। पिता ने सुबह होने का इंतजार करते हुए सुबह देखेंगे कहने की बात कही थी। लेकिन पिता को क्या पता था कि सुबह का सूरज दुःखों का पहाड़ लेकर आने वाला है। सो रही अंकिता गंभीर रूप से झुलस गई। और आखिरकार रविवार की सुबह रांची के रिम्स में उसने दम तोड़ ही दिया। इस खबर से देश के लोगों में गुस्सा उबल पड़ा है। तो वहीं गुस्साए लोगों ने दुमका बाजार बंद कराने सहित दुधानी स्थित टावर चौक को भी जाम कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 के लागू कर दिया।

इस संबंध में अंकिता के हत्यारे पकड़े जा चुके हैं। मुख्य आरोपी शाहरूख को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है वहीं दूसरे आरोपी नईम उर्फ छोटू खान को  भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि अंकिता पढ़-लिख कर एक शिक्षिका बनना चाहती थी।

वहीं इस हत्याकांड को राजनीतिक जामा भी पहनाया जा रहा है। क्योंकि सरकारों सहित पक्ष- विपक्ष राजनीति रोटियों में लग गई है।
ट्वीट पर खूब शेयर किया जा रहा है कि एक पत्थरबाज नदीम के ईलाज के लिए राज्य सरकार ने एयर एंबुलेंस के लिए लाखों रुपए खर्च किया था। लेकिन एक गरीब परिवार की बेटी अंकिता को उसके हाल पर छोड़ दिया, अगर अंकिता को समय पर बेहतर ईलाज मिलता तो आज वो हमारे बीच होती।
तो वहीं झारखंड बीजेपी अध्यक्ष का कहना है कि जब तक झारखंड की बेटी अंकिता सिंह को न्याय नहीं मिल जाता तब तक भाजपा का संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा, हेमंत सरकार को जागना ही होगा। अंकिता की हत्या के विरोध में कल देर शाम भाजपा महिला मोर्चा ने झारखंड के सभी जिलों में मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

राज्यपाल श्री रमेश बैस ने 20 लाख रुपये तो वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा।

राज्यपाल रमेश बैस ने इस हत्याकांड पर गहरी संवेदना व्यक्त की है, तथा परिवार वालों को सहयोग राशि के रूप में 20 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मृतक अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की थी।
खबर है कि राज्य सरकार के आदेश पर दुमका डीसी रविशंकर शुक्ला ने मृतका अंकिता के पिता को सहायता राशि के तौर पर नौ लाख रुपये का चेक दिया गया है। एवं एक लाख रुपये का चेक पूर्व में ही संजीव को अंकिता के इलाज के लिए उपलब्ध कराया गया था। डीसी ने संजीव सिंह के घर पहुंच कर यह सहायता राशि भेंट की है।
मुख्यमंत्री ने इस घटना का फास्ट ट्रैक से मामले का निष्पादन करने का निर्देश भी दे दिया है।  वहीं, एडीजी रैंक के अधिकारी से मामले की जांच करवा कर जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश डीजीपी को दिया है।

सहयोग राशि को लेकर कुछ का कहना है कि मुआवजे या दी जा रही सहयोग की राशि मामले को बढ़ाने से रोकने के लिए दी जा रही है। जिससे मामला गंभीर रूप न ले सके। और सामाजिक सौहार्द बना रहे।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार से स्पेशल टास्क फोर्स गठित कर निष्पक्ष न्याय की मांग की है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार से स्पेशल टास्क फोर्स गठित करने की मांग की है। जिसमें इस घटना में शामिल लोगों को पकड़ा जा सके और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके। केंद्रीय मंत्री ने इस पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब भी मांगा है। 

आप खुद सुनिए झारखंड की बेटी अंकिता की आपबीती, रूह कांप जाएगी.

लेकिन हेमंत सरकार की चुप्पी टूटने का नाम ही नहीं ले रही.
आखिर वोटबैंक के लिए कितना नीचे गिरेगी ये सरकार.#JusticeForAnkita pic.twitter.com/5A25tBgwSz

— Deepak Prakash (@dprakashbjp) August 28, 2022

जब रेपिस्टों को जेल से निकाल कर माला पहनाया जाएगा, तब ऐसे ही मुस्कुराता चेहरा समाज को चिढ़ाता हुआ मिलेगा. pic.twitter.com/D6LSzbr1fK

— Anand Dutta (@DuttaAnand) August 29, 2022

पूरा झारखंड आक्रोशित है, अंकिता के लिए न्याय मांग रहा है.

लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री मौन धारण कर अपनी कुर्सी की चिंता में लीन हैं.#JusticeForAnkita pic.twitter.com/pvEapBLmoF

— Deepak Prakash (@dprakashbjp) August 29, 2022

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