उत्कटासन |
यह आसन उन सभी महिला और पुरुषों के लिए अधिक लाभदायक है जिन्हें जननांग अथवा मूत्र संबंधित शिकायत होती है। इस आसन के नियमित अभ्यास से उनकी यह समस्याएं कम होने लगती हैं। चित्र में दिखाए अनुसार आप सरलता से इसे कर सकते हैं। वहीं इस आसन को सभी उम्र के लोग बड़ी आसानी से कर सकते हैं। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों के पंजे मिलाते हुए सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथों को अपने कमर पर रखते हुए धीरे धीरे बैठने की कोशिश करें। लेकिन यहां बैठना नहीं है। बस थोड़ा सा घुटने मोड़ने है और आधा बैठने की स्थिति में आना है। जैसा चित्र में दिख रहा है। थोड़ी देर इस स्थिति में रहकर पुनः सीधा खड़ा हो जाएं ऐसा 5 से 10 बार कर सकते है अथवा इससे अधिक बार भी किया जा सकता है।
लाभ – इस आसन से वो सभी लाभ मिलते हैं जो सरल उत्कटासन से मिलते हैं। जैसे- कब्ज और गैस की समस्या को दूर करने में, घुटने व टांगे को मजबूती, आलसपन दूर करके शरीर में स्फूर्ति लाता है। वहीं योनि संबंधित विकार भी दूर करता हैं। वीर्य वाहक नलिका मजबूत बनती है। तथा महिला और पुरूष दोनों के सेक्स पावर को बढ़ाने में सहायक है।
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महिलाओं की आंतरिक समस्या दूर करे सरल उत्कटासन।
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