झारखंड

इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) द्वारा सेमिनार का आयोजन

Published

on

JAMSHEDPUR : इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जमशेदपुर लोकल सेंटर ने 08 फरवरी 2025 को एसएनटीआई ऑडिटोरियम, एन रोड, बिस्टुपुर, जमशेदपुर में “इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम में हालिया प्रगति” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया।

मुख्य अतिथि और प्रतिभागी

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रमुख, इंजीनियरिंग डिवीजन, सीएसआईआर-एनएमएल, परवेश कुमार धवन उपस्थित थे। टाटा स्टील लिमिटेड, जमशेदपुर के आयरन मेकिंग इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस प्रमुख इंजीनियर सौरभ गोयल ने सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर आईई(आई), जमशेदपुर लोकल सेंटर के माननीय सचिव थिरुमुरुगन भी मौजूद थे।

सेमिनार में 75 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें एनआईटी जमशेदपुर, अरका जैन विश्वविद्यालय, श्रीनाथ विश्वविद्यालय, मैरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, आदित्यपुर पॉलिटेक्निक के शोधकर्ता एवं विद्यार्थी शामिल थे। इसके अतिरिक्त, टाटा स्टील, टाटा स्टील ग्रोथ शॉप, सीएसआईआर-एनएमएल, आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज लिमिटेड, टाटा टिनप्लेट आदि संस्थानों के विशेषज्ञों ने भी भाग लिया।

THE NEWS FRAME

Read More : नेहरू युवा केंद्र जमशेदपुर द्वारा कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का सफल आयोजन

सेमिनार की मुख्य गतिविधियाँ

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और स्वागत भाषण के साथ हुई। मुख्य अतिथि प्रवेश कुमार धवन ने निर्बाध और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति हेतु पावर ग्रिड के एकीकरण एवं साइबर सुरक्षा पर जोर दिया। सौरभ गोयल ने ग्रिड नेटवर्क एकीकरण पर चर्चा की।

प्रमुख वक्ताओं के विचार

  1. डॉ. रेखा चौधरी (मैरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गालुडीह) – उन्होंने “ऊर्जा में नवाचार: स्वच्छ, हरित भारत को आकार देना” विषय पर चर्चा की और हाइड्रोजन ईंधन व नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के महत्व को उजागर किया।
  2. डॉ. ओमहरि गुप्ता (एनआईटी जमशेदपुर) – उन्होंने “नवीकरणीय-आधारित वितरित उत्पादन के ग्रिड-एकीकरण” पर व्याख्यान दिया और माइक्रोग्रिड तकनीक की भूमिका को समझाया।
  3. डॉ. शरत चंद्र महतो (आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जमशेदपुर) – उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों एवं उनके नियंत्रण तंत्रों पर प्रकाश डाला।
  4. डॉ. जितेंद्र कुमार (एनआईटी जमशेदपुर) – उन्होंने “हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों और स्मार्ट ग्रिड” पर व्याख्यान दिया।
  5. अजीत कुमार सिंह (पीएचडी स्कॉलर, एनआईटी जमशेदपुर) – उन्होंने “डीसी माइक्रोग्रिड फीडर प्रोटेक्शन” विषय पर चर्चा की।

समापन और प्रमाण पत्र वितरण

कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। धन्यवाद ज्ञापन इंजीनियर एस. डी. भट्टाचार्जी द्वारा दिया गया। सेमिनार अत्यंत सूचनात्मक और संवादात्मक रहा, जिससे प्रतिभागियों को नवीनतम ऊर्जा तकनीकों और चुनौतियों को समझने में सहायता मिली।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version