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श्रीनगर : बृहस्पतिवार 2 सितंबर, 2021
भारत को बांटने वालों में एक अलगाववादी नेता का निधन कल यानी 1 सितंबर को हो गया। इससे भारतीय राजनीति में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेताओं में इसकी कमी देखी जा सकती है।
बता दें कि अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी (Hurriyat leader Syed Ali Geelani) जो अलगाववादी विचारधारा से ताल्लुक रखते थे। लंबी बीमारी की वजह से श्रीनगर स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष के थे। अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की पुष्टि जम्मू कश्मीर आल पार्टी हुर्रियत कान्फ्रेंस ने दी।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने कहा की- ‘मैं उनकी अधिकतर बातों से सहमत नहीं थी लेकिन मैं उनके विश्वास का सम्मान करती थी। अल्लाह उनको जन्नत में जगह दें। मैं उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं।’
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