जमशेदपुर | झारखण्ड
अपने जमीन से 35 वर्षों से बेदखल हैं बहादुर दुइ ने लगाई उपायुक्त महोदया से गुहार।
बता दें कि बहादुर दुइ, पिता स्वर्गीय विराम संथाल, एम जी एम थानांतर्गत बालीगुमा के रहने वाले हैं। अपने जमीन का मालिकाना हक पाने के लिए वे पिछले 35 वर्षों से सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं।
इस सम्बंध में उन्होंने भूमि सुधार उप समाहर्ता, धालभूम, कोल्हान आयुक्त, सिंहभूम, मानगो अचल पदाधिकारी जमशेदपुर अंचल, को जमीन के दखल के लिए पत्राचार किया। लेकिन न्याय के लिए वे आज भी भटक रहे हैं। उनका कहना है कि जमशेदपुर अंचल ने कहा की 25 वर्ष पुराना रिकार्ड हमारे पास उपलब्ध नहीं है और मिलना भी असंभव है। मैं 35 वर्षों से अपने जमीन से बेदखल हूँ। वर्तमान में कदमा जमशेदपुर शास्त्रीनगर ब्लॉक संख्या 3 निर्मल सेवा सदन के पास किराये के मकान में रह रहा हूँ। कोल्हान आयुक्त द्वारा दखल दिलाने के आदेश होने के बावजूद, सरकारी कर्मचारी के कार्यशैली से यह प्रतीत होता की मेरे जीते जी मेरे पूर्वज की भूमि मुझे नहीं मिल पायेगी। मेरी माता स्व० होपनी माझीईन इस इंतजार में स्वर्ग सिधार गयी। इस भूमि सुधार उप समाहर्ता की कार्यशाली से आहत होकर मैं दिनांक 15 जुलाई 2023 को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष आत्मदाह करूँगा। आत्मदाह के पश्चात् उम्मीद है कि मेरे परिजनों को पूर्वजो कि भूमि झारखण्ड सरकार द्वारा दखल दिलायी जायेगी।
पत्र की प्रतिलिपि उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री झारखण्ड, माननीय राज्यपाल झारखण्ड, अनुसुचित जाति जन जाति आयोग दिल्ली एवं माननीय प्रधान मंत्री (भारत) को भी भेजा है।