कहा नगर परिषद चक्रधरपुर में हुई अनियमिता की सच्चाई से जांच हो।
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर नगर परिषद से संबंधित भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पांडे ने नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखकर कई बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए इसके निदान कराने की मांग की है।
जो निम्नलिखित है :-
(1) चक्रधरपुर नगर परिषद में जब से कार्यपालक पदाधिकारी राहुल यादव की पदस्थापना हुई है विकास पूरी तरह ठप हो चुका है। नगर में विकास का कार्य किसी भी प्रकार से नहीं हो रहा है, जिससे शहर में समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है जो जांच का विषय है।
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(2)चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में पानी की घोर समस्याएं हैं इन्हें बारंबार कहने के बावजूद भी इनके द्वारा सार्थक पहल नहीं की जा रही है।शहर में किसी किसी क्षेत्र में तो कई महीनो से पानी उपलब्ध नहीं हो रही है।
(3) संवेदकों द्वारा समय अवधि के अंतर्गत कार्य संपन्न कर लिए गए हैं फिर भी संवेदकों के बिल भुगतान नहीं किया जारहा हैं, बेवजह उन्हें टरकाया जा रहा है और बेवजह ही टाइम एक्सटेंशन काटी जा रही है, जो कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। इसकी सच्चाई से जांच होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
(4)शहरी क्षेत्र के सभी सड़क जर्जर हो चुके हैं आम जनमानस को उक्त सड़कों पर चलना भी दुस्वार हो गया है।परंतु उनके द्वारा इस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है।(5) नगर परिषद में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन कई माह से लंबित है उसका भुगतान होना चाहिए परंतु नगर पालिका पदाधिकारी के द्वारा उन कर्मचारियों का भी वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है, इससे शहर के कई विकास के कार्य बाधित हो रहे हैं।
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(6) शहर में गंदगी अत्र तत्र देखा जा सकता है इसकी भी मुकम्मल साफ सफाई नहीं होती है।पत्र लिखने का तात्पर्य है कि कार्यपालक पदाधिकारी विकास पुरुष न होकर विकास विरोधी हैं।इनके पदस्थापन के पश्चात नगर परिषद में जो भी कार्य हुए हैं उसकी जांच तो होनी चाहिए साथ ही उनके प्रगति का पैमाना भी देखा जाना चाहिए। ताकि सच्चाई सामने आ सके कि उनके पदस्थापन के पश्चात नगर परिषद चक्रधरपुर में प्रगति कितनी हुई है।श्री पांडे ने नगर विकास सचिव से मांग की है कि उपरोक्त बिंदुओं की सच्चाई से जांच करने की कृपा करें ताकि नगर परिषद चक्रधरपुर में हुई अनियमित उजागर हो सके।