जमशेदपुर । झारखंड
शादी के बाद यदि सन्तान न हो तो समाज उन दंपति को अलग ही नजरिये से देखता है। वहीं पति पत्नी के रिश्ते में भी खटास आ जाती है। लेकिन आधुनिक युग में ऐसे दंपतियों के लिए सन्तान का सुख प्राप्त करना अब शायद आसान हो गया है।
ऐसी ही एक कहानी है मुसाबनी के रहने वाले रेहाना और अब्दुल कादिर की। जो पिछले 24 बर्षों से निःसन्तान थे। बच्चे की चाहत में इस दम्पत्ति ने न जाने कितने दरवाजे ठकठकाये और न जाने कितने चौखट चूमे। कई डॉक्टरों को भी दिखाया कई शहरों के चक्कर लगाए, लेकिन शादी के 24 साल बाद इस 46 वर्षीय महिला ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया।
आपको जानकर हैरानी होगी कि यह करिश्मा उनके अपने ही शहर के डॉक्टर ने कर दिखाया जिसके लिए वे दर दर भटक रहे थे।
जमशेदपुर की डॉ. तुबा अंबरीन ने इस करिश्मे को कर दिखाया, डॉ तुबा अंबरीन मानगो स्थित शाहीन नर्सिंग होम चलाती हैं।
बता दें कि पति अब्दुल कादिर 54 वर्ष हो चुके हैं जबकि उनकी पत्नी रेहाना परवीन की उम्र अब 46 वर्ष है। इनका पहला बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है और डॉक्टर तुबा अंबरीन की देख रेख में है। यह परिवार मुसाबनी से चलकर डॉक्टर तुबा अंबरीन के सम्पर्क में पिछले वर्ष आया। डॉक्टर ने एक वर्ष पहले इनका इलाज शुरू किया और इनके घर पर आखिरकार खुशियां आ ही गई।
बता दें कि 22 जुलाई 2023 को सुबह 10:30 बजे शाहीन नर्सिंग होम, मानगो में बच्चे की डिलीवरी कराई गई।
डॉ. तुबा अंबरीन रांची रिम्स से एमबीबीएस की है और जमशेदपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं।