खान सर का मजाकिया अंदाज उनके फेमस होने का प्रमुख कारण है और इस अंदाज में विद्यार्थियों को पढ़ना अच्छा लगने लगा। वे मन लगा कर सीखते हैं। खान सर पटना वाले हंसी मजाक में पढ़ाने और सिखाने वाले गुरु हैं इनकी प्रमुख विशेषता भारत देश के प्रति बेइंतहा लगाव है। आप उनका कोई भी वीडियो देखिये, हमेशा जय हिंद की वाणी से ही वीडियो आरंभ होता है और यही सबसे बड़ा कारण है की देशद्रोही उनके खिलाफ आ गए। उनके विद्रोहियों को यह नागवार गुजर रही है की- “साला ई कल का छोकड़ा, कैसे उल्टा-सीधा, मजाक बताईया करके फेमस होता जा रहा है। अगर ऐसे ही होता रहा तो हम लोग का तो शिक्षा का दुकानें बंद हो जाएगा। ससुरा इसको तो रोकना ही पड़ेगा।”
और इनके विरोध में असंख्य वीडियो भी बनकर आने लगे। कभी इनके पढ़ाई को ही झूठा बता दिया जा रहा है, तो कभी इनके नाम कोई लेकर कंट्रोवर्सी पैदा की जा रही है। मतलब इनका दुकान कैसे बंद हो बस, इसी से मतलब है। यही तो सबसे बड़ी कमी है हमारे देश के कुछ लोगों में। यदि कोई अपने गुण और व्यवहार से लोगों का दिल जीतना चाहता है और आगे बढ़ना चाहता है तो कैसे भी हो उसको नीचे गिरा दो। और दुर्भाग्य देखिये बड़ी तेजी से खान सर को बदनाम करने के लिए कई वीडियो भी सोशल प्लेटफॉर्म पर वायरल किए जा रहे हैं। कभी इनके नाम को लेकर, कभी इनके धर्म को ले कर।
अपने इस विवाद के बारे में खान सर ने वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड भी किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें अमित सिंह कहते हैं तो कुछ फैसल खान। लेकिन अभी तक इनका असली नाम किसी को भी नहीं मालूम है। मूलतः खान सर पटना वाले उत्तर प्रदेश से संबंधित रखते हैं। लेकिन ये स्वयं को बिहारी कहलवाना ज्यादा पसंद करते हैं। अक्सर इनके वीडियों में देखा जा सकता है।
सभी धर्मों का सम्मान करने वाला, ईद, दीवाली और रक्षाबंधन मनाने वाला शख्श कैसे धर्म और जाति को लेकर विवादों में आ गया। आइये जानते हैं।
खान सर ने हमेशा सत्य की आवाज बुलंद की है, जो कि कुछ तथाकथित लोगों को पच नहीं रहा। उन्होंने हमेशा यही कहा है कि- “मेरी पहचान मेरे नाम से नहीं, बल्कि मेरे काम से है। आपको शिक्षा लेना है मुझे शिक्षा देना है अब इसमें धर्म और नाम बीच में कहां से आ गया। अगर सच पूछो तो मेरा धर्म हिंदुस्तानी है और मैं जात से शिक्षक हूं।”
आपको बता दें कि हाल ही में खान सर का एक वीडियो आया था। यह वीडियो 24 अप्रैल 2021 को सामने आया। जिसमें दिखाया गया है कि विरोध प्रदर्शन में छोटे-छोटे बच्चे भी आए हुए हैं जिनकी हाइट बैनर से भी छोटी है। इन्हें दर्शाते हुए उन्होंने बोला कि अगर अच्छे से पढ़ोगे तो अच्छा बनोगे बड़ा नाम करोगे और नहीं तो फिर पंचर साटोगे या मीट काटोगे। बस फिर होना क्या था यह खबर जितनी तेजी से फैली उतनी ही तेजी से इस वीडियो के विरोध में भी वीडियो बनने लगे।
कुछ लोग खान सर को हिंदू कहने लगे और उनके पढ़ाये गए विषयों को खासकर मुस्लिम धर्म के विषयों को लेकर जो उन्होंने वीडियो बनाया था उसे भी गलत बताया जाने लगा। वहीं एक वीडियो में खान सर ने कहा कि ऐसे लोग जो सत्य से स्वयं को हमेशा दूर रखते है उन्हीं लोगों ने उनका विरोध किया है क्योंकि उन्हें सत्य स्वीकार नहीं है। वह जैसे जीना चाहते हैं वैसे ही जीना उन्हें पसंद है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि- “वह कलाम को दिल से सलाम करते हैं, कसाब को नहीं। जबकि दोनों मुस्लिम है। अगर कोई सही है, तो सही है और कोई गलत है तो वह गलत है। सिर्फ मेरा धर्म मेरा जाती या मेरा पहचान का है तो मैं उसका समर्थन नहीं करूंगा। सही या गलत नहीं बोलूंगा। अब पाकिस्तान भारत का दुश्मन है तो वह मेरा दुश्मन है। मैं हिंदुस्तान को ही अपना धर्म मानता हूं। इससे बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं है। तकलीफ उन्हें है जो देश से बढ़कर अपने धर्म को मानते हैं।
खान सर को लेकर यूट्यूब पर fake वीडियो भी चलाया जा रहा है। वहीं बड़े न्यूज मीडिया वाले चैनल वाले उनका इंटरव्यू ले रहे हैं। कभी उनके नाम को लेकर कभी उनके धर्म को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। हर बार बस एक ही जवाब, हिंदुस्तान मेरा धर्म और शिक्षक मेरी जाती।
क्या एक शिक्षक के खिलाफ इतनी कंट्रोवर्सी होनी चाहिए? आपके क्या विचार हैं। हमें अवश्य बताइयेगा।
भैया आपके रिपोर्ट से बहुत कुछ जानकारी मिल जाती हे, बहुत बहुत धन्यवाद