जमशेदपुर 16 फरवरी, 2024 : सिंहभूम चैम्बर में भविष्य में वैश्विक ग्रीन हाईड्रोजन अर्थव्यवस्था को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउण्डेशन के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यशाला में औद्योगिक विकास एवं आम आदमी के जीवन में ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी से पड़ने वाले प्रभावों के उपर उपस्थित विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान दिये तथा इसके विकास के लिये केन्द्र सरकार एवं झारखण्ड सरकार के द्वारा किये जा रहे कार्यों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत रूप में बताया गया। यह जानकारी चैम्बर उपाध्यक्ष, उद्योग पुनीत कांवटिया ने दिया। उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया ने उपस्थित सदस्यों एवं उद्यमियों को संबोधित करते हुये आज के समय में ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी की उपयोगिता और महत्ता पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरूआत करते हुये अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि संभवतः यह ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी पर पहला कार्यक्रम है जो चैम्बर के द्वारा चैम्बर भवन में आयोजित किया जा रहा है। उन्होनें कहा इससे पहले 25 अगस्त 2023 को देश के सर्वप्रथम हाईड्रोजन इंधन प्लांट के जमशेदपुर में स्थापना हेतु झारखण्ड सरकार के उद्योग विभाग और टाटा मोटर्स और टाटा कमिंस के संयुक्त उपक्रम टीजीईएसपीएल के बीच राजधानी रांची में स्थित प्रोजेक्ट भवन में हुये एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर के दौरान सिंहभूम चैम्बर के प्रतिनिधि उपस्थित होकर इसके सहभागी बने थे।
कार्यशाला में स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेष करते हुये क्लिन एनर्जी प्राईस वाटर हाउस कूपर्स इंडिया के पार्टनर एवं लीडर राजीव रल्हान ने इसपर व्याख्यान दिये और भविष्य में ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी की महत्ता को बताया।
कार्यक्रम में शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउण्डेशन के निदेशक, उद्योग बिल्डिंग एवं कूलिंग डा0 सचिन कुमार ने ग्रीन हाईड्रोजन के इनोवेशन में एच.एस.बी.सी. के स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि इस कार्यशाला के द्वारा हाईड्रोजन इकोनोमी प्रोग्राम का झारखण्ड राज्य में आरंभ किया जा रहा है और विभिन्न उद्योग और कलस्टर इस प्रोग्राम की गतिविधियों का लाभ उठा सकते हैं।
टाटा स्टील के चीफ, सस्टेनेबलिटि एंड डिकार्बोनाईजेशन प्रोजेक्ट अजीत कोठारी ने टाटा स्टील द्वारा स्टील के उत्पादन में ग्रीन हाईड्रोजन को उपयोग में लाकर कैसे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा रहा है इसपर अपने व्याख्यान दिये।
इस अवसर पर बोकारो स्टील प्लांट के महाप्रबंधक नवीन श्रीवास्तव ने भी इसपर अपने अनुभवों को साझा किया।पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से मनीष सोनी, निदेशक प्राईस वाटर हाउस कूपर्स इंडिया ने हाइड्रोजन इकोनोमी प्रोग्राम के विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन सचिव, उद्योग विनोद शर्मा ने किया।
कार्यशाला में अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया, अनिल मोदी, सचिव बिनोद शर्मा, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, कोषाध्यक्ष अनिल रिंगसिया के अलावा नितेश धूत, नंदकिशोर अग्रवाल, मनीष अगीवाल, निखिल खेतान, रोहित गोयल, सुमीत अग्रवाल, नवीन सिन्हा, अभिजित, अमल वैद्य के अलावा विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सिंहभूम चैम्बर में ग्रीन हाईड्रोजन अर्थव्यवस्था पर आयोजित कार्यशाला
स्थान: सिंहभूम चैम्बर, जमशेदपुर
आयोजक: सिंहभूम चैम्बर, शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउण्डेशन
मुख्य बिंदु:
कार्यशाला में ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी के उपयोग, लाभ और बढ़ती मांग पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रीन हाईड्रोजन अर्थव्यवस्था के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उद्योगों को इसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना था।
कार्यशाला में झारखंड सरकार द्वारा ग्रीन हाईड्रोजन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी दी गई।
विशिष्ट जानकारी:
कार्यशाला की शुरुआत सिंहभूम चैम्बर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने अपने अध्यक्षीय भाषण से की।
कार्यक्रम में शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउण्डेशन के निदेशक, उद्योग बिल्डिंग एवं कूलिंग डॉ. सचिन कुमार ने ग्रीन हाईड्रोजन के इनोवेशन में एच.एस.बी.सी. के स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के बारे में जानकारी दी।
टाटा स्टील के चीफ, सस्टेनेबलिटि एंड डिकार्बोनाईजेशन प्रोजेक्ट अजीत कोठारी ने टाटा स्टील द्वारा स्टील के उत्पादन में ग्रीन हाईड्रोजन के उपयोग के बारे में बताया।
बोकारो स्टील प्लांट के महाप्रबंधक नवीन श्रीवास्तव ने भी इस विषय पर अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से मनीष सोनी, निदेशक प्राईस वाटर हाउस कूपर्स इंडिया ने हाइड्रोजन इकोनोमी प्रोग्राम के विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।
उपस्थित:
सिंहभूम चैम्बर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया, अनिल मोदी, सचिव बिनोद शर्मा, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, कोषाध्यक्ष अनिल रिंगसिया, विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि.
अगली बैठक:
कार्यशाला में ग्रीन हाईड्रोजन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक समिति के गठन का निर्णय लिया गया।
समिति की पहली बैठक अगले महीने आयोजित की जाएगी।
अतिरिक्त जानकारी:
ग्रीन हाईड्रोजन एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जो पानी से बनाया जाता है।
यह हाइड्रोजन गैस का एक प्रकार है जो जीवाश्म ईंधन के जलने से उत्पन्न होने वाले ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करता है।
ग्रीन हाईड्रोजन का उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जा सकता है, जिसमें ऊर्जा उत्पादन, परिवहन, और विनिर्माण शामिल हैं।
सिंहभूम चैम्बर द्वारा आयोजित ग्रीन हाईड्रोजन अर्थव्यवस्था पर कार्यशाला के बारे में जानकारी प्रदान करती है।