जमशेदपुर । झारखंड
भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम की ओर से आज दिनांक 11 जुलाई 2023 को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर सरकार से जनसंख्या पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आग्रह एवं निवेदन किया गया है।वर्ष 1989 में यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था, जिसमें 1990 में 90 देशों ने पहली बार इसे मनाया।
आज विश्व में 788.84 अरब जनसँख्या है जबकि भारतवर्ष में 140.76 अरब के लगभग। झारखंड राज्य में 3.19 अरब की जनसंख्या है। जो की 2.75%, 2021 गणना के मुताबिक है। झारखंड की करें तो 24 जिलों की जनसंख्या मिलकर भारतवर्ष में 14वां स्थान प्राप्त करता है।
इस अवसर पर भारतीय मानव अधिकार एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष श्री एस एन पॉल ने कहा की पूरे विश्व में 2011 में 7 अरब, 2021 में 7.9 अरब थी। यदि इसी स्थिति से बच्चे पैदा होते रहे तो वर्ष 2030 में विश्व की जनसँख्या 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब होने की उम्मीद है। जिसका भयानक परिणाम पुरे विश्व को भुगतना पड़ेगा। और पुरे विश्व को भुखमरी, महामारी, आतंकवाद और गरीबी की जिंदगी जीने की ओर धकेल देगा।
जनसंख्या वृद्धि समाज के लिए हानिकारक है। अपना भविष्य सुधारने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून को सख्ती से लागू करना ही होगा। इसके लिए 2019 में संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानून बिल को पास कराने के लिए भेजा गया था लेकिन दुर्भाग्यवश इसे 2022 में वापस कर दिया गया। इस तरह बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून को पास कराना अति आवश्यक है।