Adityapur : मंगलवार 5 अक्टूबर, 2021
आज सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) और उनके जन संगठनों ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन, ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन तथा ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनिटी सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में आकाशवाणी चौक, आदित्यपुर में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या के खिलाफ केंद्र सरकार का पुतला दहन सह प्रतिवाद सभा किया गया। एस यू सी आई (कम्युनिस्ट) के सरायकेला-खरसावां जिला इंचार्ज कॉम. लिली दास ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि –
‘पिछले 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) में किसानों को रौंदकर दिनदहाड़े उनकी बर्बर हत्या करने की घटना से पूरा देश क्षुब्ध है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र “टेनी” के बेटे और उसके गुंडे साथियों ने जिस बेखौफ तरीके से यह कातिलाना हमला किया वह उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की एक गहरी साजिश दिखाता है। अजय मिश्रा पहले ही किसानों के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक भाषण देकर इस हमले की भूमिका बना चुके थे। यह संयोग नहीं कि उसी दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सार्वजनिक तौर पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को किसानों के खिलाफ लट्ठ उठाने और हिंसा करने के लिए उकसा रहे हैं।’
इस घटना से यह साफ हो जाता है कि संवैधानिक पदों पर बैठे यह व्यक्ति अपने पद का उपयोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे अन्नदाता के विरुद्ध सुनियोजित हिंसा के लिए कह रहे हैं। यह कानून, संविधान और देश के प्रति अपराध है। इसलिए हम मांग करते हैं कि:
1. केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्र टेनी को तुरंत अपने पद से बर्खास्त किया जाए और उनके विरुद्ध हिंसा उकसाने और सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का मुकदमा दायर किया जाए।
2. मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा “मोनू” और उसके साथी गुंडों पर तुरंत 302 (हत्या) का मुकदमा दर्ज हो और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
3. संवैधानिक पद पर रहते हुए हिंसा के लिए उकसाने के दोषी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उनके पद से बर्खास्त किया जाए।
कार्यक्रम का संचालन कॉम. सुशांत सरकार ने किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में आशीष धर, मालती देवी, बिमला देवी, निशा शर्मा, गौतम महतो, रूपा सरकार, राजू कुमार, देवा मुखी, सुखदेव क्षेत्रि, विशाल बर्मन, बिजय राज, अमन सिंह, संदीप कुमार, सावित्री गिरी, प्रिंस कुमार, संदीप सरदार, उमाशंकर, आदि का अहम योगदान रहा।