हितेश की फाइल फोटो |
जमशेदपुर । झारखंड
मानगो, जवाहरनगर, रोड नंबर-15, विकास विद्यालय के पास से 17 वर्षीय युवक दिनांक 14 अप्रैल, 2023 को रात के करीब 1:30 बजे अपने घर से बिना बताए कहीं निकल गया था। आज तीसरे दिन उसका शव साकची थाना क्षेत्र से बरामद किया गया।
बता दें की इसके पिता की डांट और सीख भरी मार से आहत युवक ने शायद खुदकुशी कर ली।
जानें क्या है मामला?
17 वर्षीय हितेश कुमार गुप्ता पिता रमेश गुप्ता जो एक ऑटोचालक हैं, किसी बात को लेकर हितेश से नाराज हो गए और गुस्से में आकर उसे डांटा साथ ही पिटाई भी कर दी ताकि लड़का सुधर जाए। लेकिन इसके विपरीत नाबालिक हितेश पिता की सीख को दिल पर ले गया और रात के करीब डेढ़ बजे अपने घर जवाहर नगर रोड नंबर 15, विकास विद्यालय के पास से बिन बताये निकल गया। दूसरे दिन से परिवार के लोग अपने स्तर से खोजबीन में जुट गए, किसी ने कहा कि नाराज होकर किसी दोस्त के यहां चला गया होगा आ जायेगा। इसी उधेड़बुन में परिवार वाले रह गए। आज सुबह पिता ने मानगो थाने में गुमसुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। और सुबह 11 बजे के लगभग साकची थानांतर्गत स्वर्णरेखा नदी के बांध में एक अज्ञात युवक की लाश झाड़ियों में फंसी मिली। पुलिस ने काफी मशक्कत की और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया। किसी ने पड़ोसियों को सूचना दिया कि स्वर्णरेखा नदी से प्राप्त लाश जो एमजीएम में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है वह किसी युवक का ही है शायद हितेश का हो जाकर शिनाख्त कर ले। पड़ोसियों ने जब शिनाख्त किया तो पता चला कि यह लाश किसी और का नहीं बल्कि हितेश का ही है। शव ने वही कपड़े पहने थे जो हितेश पहनकर घर से निकला था।
बता दें कि हितेश का एक बड़ा भाई है पवन, जो उससे उम्र में पांच वर्ष बड़ा है। हितेश के परिवार में दादा, दादी, मां, पिता और एक भाई है।
इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा दी थी हितेश ने।
बता दें कि हितेश स्वभाव से शर्मिला और शांत मिजाज का लड़का था। पढ़ने में उसकी रुचि थी और वह आगे पढ़ना चाहता था। वह डिमना स्थित सिद्धू कान्हू हाई स्कूल का विद्यार्थी था और उसने इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा भी दी थी। बड़ा होकर कुछ बनने की लालसा और कुछ बड़ा करने की चाहत लिए वह कुछ और कर गया, क्योंकि होनी तो कुछ और थी। जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
सभी माता पिता से निवेदन है कि वे बच्चों के मन को समझने का प्रयास करें। मनोविज्ञान के दृष्टिकोण से यह जानें की आज के युवा पहले की अपेक्षा अधिक विकसित और इमोशनल होते जा रहे हैं। वहीं किसी बात को लेकर जल्दी एग्रेसिव हो जाना उनके स्वभाव में शामिल होता जा रहा है। किसी कारणवश परिवार की अनदेखी उन्हें अधिक अकेलापन महसूस होने में सहयोग दे रही है। उनकी बातों को गंभीरता से ले। और उन्हें समझने का प्रयास करें।