विधानसभा चुनाव 2024 : भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा साहू के खिलाफ कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी पर जमशेदपुर की महिलाओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। रविवार को जमशेदपुर के पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस नेता अजय कुमार के महिला विरोधी बयान की निंदा की। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने कहा कि अजय कुमार की टिप्पणी सिर्फ भाजपा प्रत्याशी का नहीं बल्कि सम्पूर्ण नारी शक्ति और भारतीय संस्कृति का अपमान है, जो महिलाओं का आदर और सम्मान करने की शिक्षा देता है।
महिलाओं ने एग्रिको गोलचक्कर पर जमा होकर डॉ. अजय कुमार की टिप्पणियों पर गहरी नाराजगी जताई। उनका मानना है कि कांग्रेस नेताओं में महिलाओं के प्रति अपमानजनक दृष्टिकोण पनप गया है, और इस मामले में माफी की मांग को लेकर महिलाओं ने कहा कि अगर डॉ. अजय ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ सड़कों पर व्यापक विरोध तेज किया जाएगा।
महिलाओं की प्रतिक्रियाएँ:
महिला समाजसेवी विमला साहू ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी, जिसने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष और कई महिला सांसद-मंत्री दिए, उसी पार्टी के प्रत्याशी अब भाजपा की महिला प्रत्याशी पूर्णिमा साहू पर अभद्र और व्यंग्यात्मक टिप्पणी करके खुद का सम्मान घटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर कांग्रेस क्या ऐसी ही टिप्पणियाँ कर सकती है? यह टिप्पणी भारतीय समाज में महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुँचाने का कार्य है, जिसे हम स्वीकार नहीं करेंगे।”
कैलाशपति मिश्रा ने भी अजय कुमार की टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की महिला विधायक जैसे अंबा प्रसाद, नेहा तिर्की, मंत्री दीपिका सिंह पांडे, और ममता देवी भी हैं, लेकिन अजय कुमार उनमें से किसी पर टिप्पणी नहीं करते। उनका यह दोहरा मापदंड महिलाओं के प्रति उनके पूर्वाग्रह को दर्शाता है।”
जया लक्ष्मी, जो जमशेदपुर की एक सक्रिय महिला कार्यकर्ता हैं, ने कहा, “भारतीय महिलाएँ अब घर की चारदीवारी में सीमित नहीं हैं। वे चंद्रमा पर पहुँच चुकी हैं और रक्षा, चिकित्सा, शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। अजय कुमार का बयान उभरती हुई नारी शक्ति का अपमान है, जिसे जमशेदपुर की महिलाएँ कभी सहन नहीं करेंगी।”
सुधा यादव ने कड़े शब्दों में कहा, “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन अजय कुमार उन पर कोई टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं दिखाते। भाजपा प्रत्याशी पर की गई टिप्पणी उनकी हताशा को दर्शाती है और उनके दोहरे चरित्र को उजागर करती है। यह नारी शक्ति का अपमान है और इसके परिणाम जल्द ही उन्हें भुगतने पड़ेंगे।”
महिला कार्यकर्ता सीमा दास ने कहा कि “अजय कुमार ने एसपी, टेल्को के डीजीएम और सांसद रहते हुए जो किया, जनता को उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी है। उनका चाल, चरित्र और चेहरा लोग पहचान चुके हैं, और इस चुनाव में क्षेत्र की महिलाएँ इसका हिसाब बराबर करेंगी।”
विरोध का माहौल और माफी की माँग:
महिलाओं ने इस अवसर पर भाजपा सरकार द्वारा पारित किए गए 33 प्रतिशत महिला आरक्षण विधेयक की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह विधेयक महिलाओं को सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़ने का एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान करता है। महिलाओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर कभी गंभीर नहीं रही और डॉ. अजय कुमार की टिप्पणी इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस महिलाओं के प्रति एक नकारात्मक दृष्टिकोण रखती है।
प्रदर्शन के दौरान कल्याणी शरण, ममता कपूर, चंद्रकांता सिंह, संजना साहू, लक्ष्मी मिर्धा, ममता, और उर्मिला दास सहित सैकड़ों महिलाओं की उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि वे इस मुद्दे पर एकजुट हैं और किसी भी अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ पूरी ताकत से विरोध करेंगी। महिलाओं ने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस नेता ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी, तो वे डॉ. अजय कुमार के खिलाफ घेराव और अन्य विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगी।
इस पूरे प्रकरण ने कांग्रेस और भाजपा के बीच महिला सम्मान और अधिकारों को लेकर तनाव को बढ़ा दिया है। इस घटना से यह भी स्पष्ट हो गया है कि जमशेदपुर की महिलाएँ अब अपने सम्मान के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती हैं और वे राजनीतिक नेताओं से महिलाओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार की माँग कर रही हैं।