NASA : सोमवार 23 अगस्त, 2021
हबल स्पेस टेलीस्कोप ने ब्रह्मांड में देखी आँख, जिसे देखकर वैज्ञानिक हैरान हुए। हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) से ली गई इसकी तस्वीरों को हबल स्पेस टेलीस्कोप एजेंसी ने सोशल मीडिया पर 20 अगस्त, 2021 को साझा किया और कहा कि – एर्म … हमारा मतलब है यह ग्रह नीहारिका! हबल ने 1996 (!) में गैस और धूल की अपनी परतों को गिराते हुए एक मरते हुए तारे को पकड़ लिया, जिससे ये स्वप्निल, नारंगी गैस के छल्ले बन गए।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने Hubble Space Telescope के द्वारा दुनियाँ के सामने एक ऐसी तस्वीर शेयर की है जो एक बार में देखने पर कोई जादुई नीला आँख दिखाई पड़ता है। ऐसा लगता है जैसे कोई है जो पूरे ब्रह्मांड पर नजर रखे हुए है। और सामने नहीं आना चाहता। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक Nebula (मरता हुआ तारा) है जो विशाल आंख जैसा दिखाई दे रहा है। मरते हुए तारे से निकलती हुई गैसें और धूलकण की वजह से ऐसी आकृति बन रही हैं मानों ब्रह्मांड में कोई है जो सब चीजों पर नजर रखे हुए हैं। हबल ने इस तस्वीर के बारे में यह भी बताया कि यह इतनी खास क्यों है। जबकि यह करीब 25 साल पहले ली गई थी।
नासा की वेबसाइट के अनुसार इस तारे का नाम MyCn18 है और यह Nebula हमसे 8000 प्रकाशवर्ष दूर पर स्थित है। आपको बता दें कि यह तस्वीर हबल टेलिस्कोप पर लगे Wide Field and Planetary Camera 2 (WFPC2) के द्वारा लिया गया था। इस फोटो की सबसे प्रमुख खासियत यह है कि यह तीन अलग-अलग खींची गई तस्वीरों को जोड़ने से बनी है। एक Ionized Nitrogen की रोशनी में लाल, दूसरी Hydrogen से हरी और वहीं तीसरी Doubly-ionized Oxygen से नीली दिखती है।
Nebula (मरता हुआ तारा) की वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पहचान करना और उसपर जानकारी प्राप्त करना कोई सरल कार्य नहीं था। इस अनंत और विशाल ब्रह्मांड में प्रतिदिन तारें जन्म लेते और मरते हैं। मृत होने के क्रम में इनसे गैस, धूलकण और असीमित ऊर्जा निकलती है। इस तस्वीर में आवरग्लास तारों में या उसके आसपास स्थित हवा के कारण बना है। जबकि इसके केंद्र में बादल होते हैं जो ज्यादा घने होते हैं। लेकिन वैज्ञानिक इस फ़ोटो को देखने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि यह आवरग्लास से काफी अलग है। क्योंकि इसे जन्म देने वाला तारा स्वयं के केंद्र में नहीं है।
इस फोटो में कुछ छोटे छल्ले जैसा भी देखा गया है। वैज्ञानिक मान रहे हैं कि ये सितारे से निकली शेल हैं। और यह उस तारे के युवाकाल में समाई होगी। खैर इस पर अभी और रिसर्च हो रहे हैं। मरते हुए तारे के जन्म से लेकर मृत्यु तक का जीवन, व्यवहार और मृत्यु के बाद का स्तर किसी एक समय में समझना नामुमकिन है। क्योंकि तारों का जीवनकाल हमारी धरती के अनुसार अरबों वर्षों तक का होता है। और इस बड़े से जीवनकाल को देख या समझ पाना किसी मनुष्य के बस की बात फिलहाल नहीं हैं। हम इसके जीवनकाल के कुछ ही समय को कैप्चर कर समझ सकने में अभी सक्षम है।
Stare closely into the eye …
Erm … we mean this planetary nebula! Hubble captured a dying star casting off its layers of gas and dust in 1996 (!), creating these dreamy, orange rings of gas.
Hit “rewind” to see how groundbreaking it was: https://t.co/1thRdSLEPj pic.twitter.com/NnNOeH4bde
— Hubble Space Telescope (@HubbleTelescope) August 20, 2021
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