जमशेदपुर | झारखण्ड
गोविंद विद्यालय तामूलिया में आज दिनांक 14/10/2023 को वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह विद्यालय के प्रेक्षागृह में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ। विद्यार्थियों ने आकर्षक गीत-संगीत, नृत्य एवं रूपक की मनमोहक और मनोरंजन प्रस्तुति देकर ऐसा समा बांधा की अतिथि, अभिभावक एवं मौजूद दर्शकगण झूम उठे तथा समारोह के अंत तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाते रहें।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजेश कुमार दुआ, विशिष्ट अतिथि शेख बदरुद्दीन (समाजसेवी), मुख्तार आलम खान (ह्यूमन वेलफेयर के ट्रस्ट के सचिव), विद्यालय सचिव अभिषेक शर्मा, प्राचार्या सुश्री कृष्णा मोदक ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर हेड ऑफ़ एच.ओ.डी. नौशाद रजिया, जनसंपर्क पदाधिकारी श्री राजेश शर्मा, हिंदी माध्यम की प्राचार्या श्रीमती सुनीता त्रिपाठी सभी शिक्षकगण एवं अभिभावकगण उपस्थित थें।
गोविंद विद्यालय के वर्ष 2022 – 2023 के सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी का पुरस्कार जूनियर के कक्षा पांचवी के छात्र आदित्य सिंह एवं सीनियर के छात्र मोहम्मद अरसलान को मिला एवं कक्षा नर्सरी से नौवीं व 11वीं के विद्यार्थियों एवं हिंदी माध्यम के भी कक्षा नर्सरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को 2022-23 की वार्षिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस वर्ष की कक्षा दसवीं और बारहवीं के बोर्ड परीक्षा में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं टॉप 10 में नाम अर्जित करने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत करते हुए अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि गोविंद विद्यालय के विद्यार्थी उस पेड़ के समान है जिसका फल सबको लाभ पहुंचता है। मेरी कामना है कि इस विद्यालय के सभी विद्यार्थी पूरे संसार में अपना और अपने परिवार के साथ-साथ विद्यालय का नाम भी रोशन करें। विशिष्ट अतिथि शेख बदरुद्दीन ने भी अपने संबोधन में कहा कि गोविंद विद्यालय से मेरा बहुत ही पुराना नाता रहा है और मैं हमेशा यही कामना करूंगा कि पूरा विद्यालय परिवार उच्च शिखर पर रहे।
विद्यालय का वार्षिक लेखा-जोखा अंग्रेजी में शिक्षिका शिखा सिंह एवं हिंदी में नौशाद रजिया ने प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण अजीजा परवीन ने एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका पुष्पांजलि श्रीवास्तव ने दिया। कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थियों में अमरीन खान, साराह अली, आदित्य सिंह एवं माहिरा बिलाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने योगदान दिया।