New Delhi : शनिवार 14 अगस्त, 2021
आज है भारत – पाकिस्तान बंटवारे का दिन। जिसमें लाखों मासूम लोगों ने अपनी जान दे दी। इस दर्दनाक दिन को अपनी आंखों से देखने वाले लोगों से जानिए तत्कालीन देश की परिस्थिति क्या रही होगी? इस घटना को महसूस करके ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं। इस बंटवारे को एक लाइन में कहना होगा तो बस यही कहा जा सकेगा कि भारत और पाकिस्तान का बंटवारा लाशों पर हुआ था।
भारत 15 अगस्त 2021 को भारत की आजादी का 75 वां वर्षगांठ मना रहा है। सन 1947 में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक ही देश थे – भारत। लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप और तात्कालिक राजनेताओं के स्वयं की महत्वाकांक्षी योजनाओं ने भारत को टुकड़ों में बांट दिया। भारत तो 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था लेकिन भारत और पाकिस्तान (पूर्वी पाकिस्तान के रूप में बांग्लादेश भी शामिल था) का बंटवारा सन 1948, 14 अगस्त को हुआ था। जो कि भारत के लिए एक काला दिन था।
इस दिन के विषय में इतिहास कारों ने जो व्याख्या की है उसे पढ़कर हर किसी का मन रुग्ण हो जाएगा। क्योंकि 14 अगस्त के बँटवारे का इतिहास लाश और आँशुओं से लिखे गए हैं। इसके पीछे कई घर, परिवार बर्बाद हो गए। किसी का बेटा तो किसी की बहन इस बंटवारे में लूट लिए गए। लूटने वाला कोई गैर नहीं बल्कि कोई अपना ही था। इस दर्द की संवेदनशीलता तो कोई अपना बेटा ही समझ सकता है, क्योंकि टुकड़े देश के नहीं भारत माँ के हुए थे।
May the #PartitionHorrorsRemembranceDay keep reminding us of the need to remove the poison of social divisions, disharmony and further strengthen the spirit of oneness, social harmony and human empowerment.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021
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