सरायकेला खरसांवा : बृहस्पतिवार 27 जनवरी, 2022
प्रयागराज पटना सहित उत्तर प्रदेश व बिहार के विभिन्न जिलों में आरआरबी एनटीपीसी ग्रुप डी के अभ्यर्थियों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन के महासचिव सौरव घोष ने बयान जारी करते हुए कहा है कि आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षाओं में हो रही भारी अनियमितताओं के खिलाफ छात्र शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे थे, जिन पर पुलिस द्वारा की गई बर्बर लाठीचार्ज की कार्रवाई सरकारी तंत्र को ना केवल घोर अलोकतांत्रिक और गैर मानवीय चरित्र को उजागर करता है। बल्कि यह भी दिखाता है कि विकास का दम भरने वाली और नौजवानों को रोजगार देने के विषय पर बेहद चिंतित होने का दिखावा करने वाली केंद्र सरकार व राज्य सरकारों का असली चेहरा क्या है।
ज्ञात हो कि 2019 में आरआरबी द्वारा एनटीपीसी की भर्तियां निकाली गई थी।जिसमें देरी की गई और भर्ती प्रक्रिया भी 2022 तक चल रही है। इसका परिणाम आया तो उसमें प्रति पद पर 20 के हिसाब से उम्मीदवारों का चयन किया जाना था।लेकिन रेलवे द्वारा सिर्फ 10 गुना अभ्यर्थियों का ही चयन किया गया। साथ ही रेलवे ग्रुप डी के लिए एक स्तरीय परीक्षा को दो स्तरीय परीक्षाओं के आयोजन का आदेश जारी किया गया था।
झारखंड सरकार ने 5 लाख नौकरियां प्रति वर्ष देने का वादा कर युवाओं को ठगा है।
इन विसंगतियों के साथ अन्य अनियमितताओं को लेकर छात्रों में काफी रोष थे और वे इसके लिए शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कर रहे थे। राज्य सचिव समर महतो ने बताया कि आज ना केवल केंद्र की सरकार बल्कि झारखंड की राज्य की सरकार से भी युवा ठगा महसूस कर रहे हैं। नियोजन नीति के नाम पर 2वर्ष में जितनी नियुक्ति दी नही गई। उससे अधिक नियुक्ति को रद्द जरूर कर दिया गया। जहां केंद्र सरकार प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरियां तथा झारखंड की सरकार 500000 नौकरियां प्रति वर्ष देने का वादा कर युवाओं को ठगने का काम की है।
संगठन की मांग
छात्रों युवाओं को लाखों-करोड़ों रोजगार देने के नाम पर वादाखिलाफी करने वाली केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ युवाओं में काफी रोष है। संगठन यह मांग करता है कि –
१) आंदोलनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर कठोर कार्यवाही की जाए।
२) पूर्व निर्धारित शर्त अनुसार और समय सीमा में आरआरबी एनटीपीसी तथा ग्रुप डी की परीक्षाओं का आयोजन और परीक्षा परिणाम जारी किया जाए।
३) भविष्य में होने वाली परीक्षाओं के लिए कैलेंडर को जारी किया जाए।
यदि उपरोक्त विषयों पर त्वरित कार्यवाही नहीं होता है। तो छात्र संगठन एआईडीएसओ पूरे देश भर में छात्रों और युवाओं को एकजुट करते हुए विशाल छात्र युवा आंदोलन का निर्माण करने का काम करेगी।
Nice report