जमशेदपुर : 9 जून 2024करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के भूगोल विभाग ने विश्व महासागर दिवस के अवसर पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार में अतिथि वक्ता के रूप में डॉ. ग़ज़ल सलाहुद्दीन शामिल हुई, जो जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली में भूगोल विभाग की सहायक प्रोफेसर हैं। विश्व महासागर दिवस 2024 का विषय ‘ हमारे महासागर और जलवायु के लिए कार्रवाई को उत्प्रेरित करना था।
यह भी पढ़े :बिरसा मुंडा जी की पुण्यतिथि पर पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा श्रद्धांजलि।
वेबिनार में करीम सिटी कॉलेज के भूगोल विभाग के प्रमुख डॉ. आले अली आयोजन सचिव के रूप में शामिल हुए, साथ ही प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रेयाज , सहायक प्रोफेसर डॉ. फरजाना अंजुम और डॉ. पसारुल इस्लाम और 70 से अधिक छात्र – छात्राएं भी कार्यक्रम से जुड़े। वेबिनार की शुरुआत डॉ आले अली के परिचय-भाषण से हुई। उन्होंने बताया कि महासागर दिवस पहली बार 8 जून, 1992 को रियो डी जेनेरियो में ग्लोबल फोरम में घोषित किया गया था।
इसके बाद करीम सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल, डॉ मोहम्मद रेयाज़ ने अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए वेबिनार में स्वागत भाषण दिया। उसके बाद, अतिथि वक्ता डॉ ग़ज़ल सलाहुद्दीन ने विश्व महासागर दिवस के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हम महासागरों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके संरक्षण के लिए वैश्विक कार्रवाई को संगठित करने के लिए महासागर दिवस मना रहे हैं।साथ ही उन्होंने कहा कि महासागर ग्रीनहाउस गैसों की सबसे अधिक गर्मी को अवशोषित करते हैं और यही महासागरों के बढ़ते तापमान का मुख्य कारण है।
यह भी पढ़े :सिंहभूम चैम्बर ने साईबर अपराध से ग्राहकों को बचाने के लिये आरबीआई गर्वनर को दिया सुझाव।
उन्होंने विभिन्न मानवीय गतिविधियों के बारे में बात की जो महासागरों की सुंदरता को खराब कर रही हैं जिनमें कूड़ा-करकट, अपवाह, अत्यधिक मछली पकड़ना आदि शामिल थे। उन्होंने पुष्टि की कि महासागरों में कचरे का प्रत्यक्ष निपटान कम करके हमारे महासागरों को संरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। फिर डॉ पसारुल इस्लाम, सहायक प्रोफेसर ने छात्रों के मन में उठ रहे सवालों के समाधान के लिए एक प्रश्नोत्तर सत्र किया।इसमे अतिथि वक्ता डॉ. ग़ज़ल सलाहुद्दीन ने सभी छात्रों के प्रश्नो का भली भाति उत्तर फिया | वेबिनार का संचालन डॉ. फरजाना अंजुम ने किया।