TSDPL कंपनी का हुड़का जाम करेगी झारखंड जनतांत्रिक महासभा : कृष्णा लोहरा
जमशेदपुर: झारखंड जनतांत्रिक महासभा के संयोजक कृष्णा लोहरा के नेतृत्व में टीएसडीपीएल कंपनी वारा द्वारा स्थानीय उम्मीदवार का नियोजन अधिनियम 2021 एवं 2022 का उलंघन करने के विरोध में मंगलवार को जुबली पार्क में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। प्रेसवार्ता में महासभा के संयोजक कृष्णा लोहारा ने कहा कि टीएसडीपीएल कम्पनी वारा, जमशेदपुर द्वारा प्रशिक्षुओं को बहाली किया गया है।
प्रशिक्षु बहाली में झारखंड राज्य के निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवार का नियोजन अधिनियम 2021 एवं नियमावली 2022 का उलंधन करते हुए 84 प्रशिक्षुओं को नियुक्ति पत्र दिया गया है, जिसमें दिनांक 2/5/2024 से नियुक्ति का जिक्र है। जबक्ति उपायुक्त पूर्वीसिंहभूम, जमशेदपुर कार्यालय से निर्गत पत्र में पत्रांक 599/ ज० शि० (जनता दरबार) दिनांक 16/12/2023 के आदेश से बहाली प्रक्रिया का अपर उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम के अध्यक्षता में एक जाँच कमीटी बनी है, जिसमें जेनरल मैनेजर जिला उद्योग केन्द्र, निदेशक अवर प्रादेशिक नियोजनालय जमशेदपुर, सहायक निदेशक, अवर प्रादेशिक नियोजनालय, जमशेदपुर द्वारा जाँच किया जा रहा है।
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जाँच प्रक्रिया अभी पूरी नहीं होने के बावजूद प्रशिक्षु को नियुक्ति पत्र दिया जाना उपायुक्त महोदय, पूर्वीसिंहभूम के आदेश का अवहेलना है।इसी नियुक्ति प्रक्रिया पर एसडीपीएल कंपनी प्रबंधन तत्काल रोक लगाये अन्यथा टीएसडीपीएल कम्पनी का हुड्का जाम किया जाएगा। वहीं प्रेसवार्ता में झारखंड जनतांत्रिक महासभा के दीपक रंजीत ने कहा कि इस बहाली में योग्यता का भी घोर अवहेलना किया गया है। 95% बाहरी लोगों को बहाल किया गया है जबकि स्थानीय उम्मीदवार 100% लिखित परीक्षा में पास किया है। इसके बावजूद उन लोगों की साक्षात्कार में फेल कर दिया गया है।
10-15 वर्षों से इसी कम्पनी में कार्यरत स्थानीय उम्मीदवारों में पीहडी जाति, अनुसुचित जन जाति, अनुसुचित जाति एवं अन्य सामान्य जाति के अनुभवी व्यक्ति को दरकिनार करके प्रबंधन एवं यूनियन मिलकर के दिलेदारी एवं अपने करीबीयों की बहाली कर दिया है जो सरासर गलत हुआ है। महासभा के अजित तिर्की ने बताया की बहाली के सुरूआत से ही कम्पनी प्रबंधन संदेह के घेरे में हैं। सादा कागज पर बहाली निकाला गया था।
झारखण्ड जनतांत्रिक महासभा द्वारा विरोध करने पर उसे दोबारा नये सिरे से बहाली प्रक्रिया प्रारंभ किया गया। महासभा ने इस संदेह पूर्ण प्रक्रिया का 2022 से ही विरोध करते आ रहा है। महासभा के लोग इस संबंध में उपायुक्त महोदय को भी आवेदन में विस्तृत जानकारी देते हुए दिनांक 2/5/2024 को होने वाले नियुक्ति पर तत्काल रोक लगाने का अनुरोध किया है।
प्रेस सम्मेलन में महासभा के कृष्णा लोहार, सोमनाथ पाडेया, अजीत तिर्की, दीपक रंजीत, विष्णु पदो गोप, रायमूल बांद्रा , विक्रम बान्ड्रा, सुनील कर्मकार, बादल धोरा, सोमनाथ मुखर्जी , बबलू कर्मकार, महाराज कर्मकार आदि शामिल थे।