झारखंड
“ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) है भारत का जवाब”: अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने सेना की कार्रवाई को बताया निर्णायक मोड़

🔥 अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के जमशेदपुर अध्यक्ष विनय कुमार यादव का बयान — “देश की सुरक्षा सर्वोपरि, धर्म पूछकर की गई हत्याएं आतंक की नई परिभाषा हैं”
📍 जमशेदपुर | विशेष संवाददाता | Operation Sindoor
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, झारखंड इकाई ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक को “ऑपरेशन सिंदूर” का नाम देते हुए पूर्ण समर्थन और सम्मान व्यक्त किया है। संगठन के जमशेदपुर अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने इस साहसिक सैन्य कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ भारत का निर्णायक उत्तर बताया।
“राष्ट्रहित सर्वोपरि, पार्टी नहीं”
विनय कुमार यादव ने कहा:
“हमारी परिषद के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है, न कि कोई दल या विचारधारा। आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई किसी एक संगठन की नहीं, बल्कि पूरे देश की है।“
उन्होंने स्पष्ट किया कि झारखंड की जनता और खासकर जमशेदपुर के नागरिक भारत की वीर सेना के साथ पूरी ताकत से खड़े हैं।
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🛡️ “सेना की कार्रवाई गर्व का विषय”
उन्होंने कहा:
“पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा की गई स्ट्राइक ने यह साबित कर दिया कि भारत अब केवल सहन नहीं करेगा, बल्कि जवाब देगा। हमें अपनी सेना पर गर्व है।“
उन्होंने इसे आतंकवाद के खिलाफ साहसिक और ठोस संदेश बताया।
⚔️ “धर्म पूछ-पूछ कर की गई हत्याएं – यह नया आतंकवाद है”
विनय यादव ने तीव्र भावुकता के साथ कहा:
“जिस तरह निर्दोष लोगों की धर्म पूछ-पूछ कर हत्या की गई, वह मानवता पर कलंक है। यह केवल आतंकवाद नहीं, बल्कि आतंक की एक नई और भयावह परिभाषा है।“
उन्होंने कहा कि ऐसी क्रूरता के खिलाफ भारत का जवाब पूरी तरह जायज़ है और यह संदेश देता है कि
“अब चुप रहना भारत की नीति नहीं रही।“
📌 मुख्य बिंदु:
- ऑपरेशन सिंदूर को बताया भारत का स्पष्ट जवाब
- भारतीय सेना की कार्रवाई को पूर्ण समर्थन
- राष्ट्रहित को रखा राजनीति से ऊपर
- धर्म के आधार पर हत्या को बताया ‘नई परिभाषा’ वाला आतंकवाद
- झारखंड की जनता को बताया सैनिकों का समर्थनकर्ता
📊 विश्लेषण | यह बयान क्यों महत्वपूर्ण है?
झारखंड जैसे रणनीतिक और सामाजिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य से ऐसा सशक्त बयान, देश भर के पूर्व सैनिकों और नागरिकों के बीच एकजुटता और आक्रोश का प्रतीक बन सकता है। यह संदेश केवल सैन्य समर्थन नहीं, बल्कि जनसंघर्ष में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाने की भावना को दर्शाता है।
🎬 “ऑपरेशन सिंदूर — भारत का जवाब! जमशेदपुर में पूर्व सैनिक परिषद ने कहा: आतंक के संरक्षकों को अब नहीं छोड़ा जाएगा। धर्म पूछकर हत्या — यह नया आतंकवाद है, और भारत देगा इसका जवाब।”