ओड़िया भाषा उत्थान को लेकर हुआ उत्कल प्रसंग नामक 250 पुस्तक का वितरण।
रिपोटर : जय कुमार
चक्रधरपुर : ओड़िया भाषा की उत्थान को लेकर बुधवार को चक्रधरपुर शहर के कुसुमकुंज मोड़ स्थित उत्कलमणी विद्या मंदिर ओड़िया उच्च विद्यालय के सभागार में ओड़िया समाज के लोगों की एक बैठक उत्कल सम्मिलनी के पूर्व जिलाध्यक्ष सरोज प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में ओड़िशा सरकार के लोकसूचना संपर्क विभाग के अधिकारी सचिदानंद बेहेरा, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाड़ंगी, पूर्व प्रोफेसर डॉ नागेश्वर प्रधान, उत्कल सम्मिलनी के जिला उपाध्यक्ष कामख्या प्रसाद साहू, सचिव अम्बिका दीक्षित, कवि सत्य प्रकाश कर मुख्य रूप से मौजूद थे.
बैठक में उपस्थित समाज के लोगों ने कहा कि ओड़िया भाषा उत्थान को लेकर समाज के सभी लोग अपने बच्चों को मातृभाषा का शिक्षा दे. ज्यादा से ज्यादा ओड़िया भाषा का प्रयोग करें. मातृभाषा से ही लोगों की पहचान होती है. इसीलिए मातृभाषा को जीवित रखें. वहीं संबोधित करते हुए ओड़िशा सरकार के लोकसूचना संपर्क विभाग के अधिकारी सचिदानंद बेहरा ने कहा कि ओड़िया संस्कृति को बचाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है.
ओड़िया भाषा को बचाने के लिए ओड़िशा सरकार कार्य कर रही है. ओड़िया बहुत क्षेत्र में स्थित स्कूलों में निशुल्क पुस्तक का वितरण भी ओड़िशा सरकार द्वारा बीच-बीच में किया जाता रहा है. ताकि लोगों में मातृभाषा ओड़िआ जीवित रह सके. इससे पहले विद्यालय परिसर में अवस्थित पंडित गोपाबंधु दास, पंडित गोदावरीश मिश्रा, उत्कल गौरव मधुसूदन दास की प्रतिमा में माल्यार्पण कर बैठक का शुभारंभ किया गया.
वहीं बैठक में उपस्थित ओडिशा सरकार के लोकसूचना संपर्क विभाग के अधिकारी सचिदानंद बेहेरा के द्वारा जगन्नाथ संस्कृति से जुड़े उत्कल प्रसंग नामक 250 पुस्तकों का वितरण किया गया. मौके पर मिहिर प्रधान , संतोष कुम्भकार, रमेश कुमार, पितबाश प्रधान, यशवंत प्रधान, अनिता पुरसेट, सुभद्रा मिस्त्री, आरती षाड़ंगी, आरती मंडल, प्रतिभा प्रधान, कुनी बारीक, विनोदिनी सिंह, आकांक्षा राणा, बृन्दाबाती कुमारी, पुष्पलता कुमारी, अंजलि कुमारी, संगीता कुमारी आदि ओड़िया समाज के लोग मौजूद थे.