रिपोटर : जय कुमार
चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिले में कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों में नामांकन पर पारदर्शिता नहीं बरती गई है। दखिला में भारी अनियमित्ता के साथ-साथ जिला द्वारा जारी नामांकन हेतु चयनित सूची में ना सांसद महोदया, विधायकों ना विधायकों के प्रतिनिधि का हस्ताक्षर है। इससे साफ पता चलता है कि यह हस्ताक्षर फर्जी है। स्कूल के वार्डन, प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी सभी के मिलीभगत से सूची तैयार किया गया है।
वार्डन द्वारा नामांकन के नाम पर उगाही की सूचना अभिभावकों के द्वारा मिली है। इसके पूर्व में भी वार्डनों का शिकायत मेरे संज्ञान में आया है। छात्रावास में छात्राओं को दिये जाने वाला समाग्रीयों में भी भारी मात्रा में कटौती की सूचना अभिभावकों के द्वारा प्राप्त हुई है। छात्राओं के द्वारा वार्डन का शिकायत करने पर मानसिक प्रताडित किया जाता है।
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विधायक ने कहा इसलिए यह जाँच का विषय है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इसमें धांधली हुआ है। इस मामला का खुलासा होने के बाद विद्यालय में शाम को ही बच्चों को बुला बुलाकर एडमिशन भी कराया गया है।उन्होंने कहा कि जिला में जब इसकी जानकारी हुआ तो उन्होंने तत्काल पश्चिमी सिंहभूम जिला के डीसी कुलदीप चौधरी को इसकी पूरी जानकारी दी गई और जांच की मांग की गई।
ऐसे में इस धंधाली में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और वार्डन संदेह के घेरे में हैं। विधायक ने कहा कि सही से जांच हो इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्राचार किया जाएगा। पूरे मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई हो ताकि दोबारा इस तरह का गरीब छात्रों के भविष्य के साथ खेलवाड़ ना हो।