झारखंड
🚱 केरा कुदारसाई टोला में आज़ादी के 78 साल बाद भी पेयजल और सड़क सुविधा से वंचित ग्रामीणों में आक्रोश

📍 चक्रधरपुर (जय कुमार) : झारखंड के चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत केरा कुदारसाई टोला में बुनियादी सुविधाओं के घोर अभाव को लेकर ग्रामीणों ने ग्राम सभा का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता ग्राम मुण्डा श्री माटुराम हेम्ब्रम ने की, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी सह अध्यक्ष विजय सिंह सामाड शामिल हुए।
🗣️ ग्रामीणों की समस्याएं:
सभा में मौजूद ग्रामीणों ने विजय सामाड का स्वागत करने के बाद गंभीर जन समस्याओं को उनके समक्ष रखा।
- 78 वर्षों की आज़ादी के बाद भी पेयजल की कोई सुविधा नहीं
- लोग आज भी चुआ (प्राकृतिक गड्ढों) का पानी पीने को मजबूर हैं
- राजस्व गांव केरा तक जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है
- बरसात में आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो जाती है
- गार्डवाल, पीसीसी सड़क, पुलिया, पेंशन, और आवास योजना जैसी कई मूलभूत सुविधाओं से ग्रामीण वंचित हैं
विजय सिंह सामाड ने क्या कहा?
विजय सामाड ने ग्रामसभा को संबोधित करते हुए कहा:
“यह अत्यंत दुःखद है कि आज़ादी के 78 वर्ष बाद भी यह टोला बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। पेयजल, सड़क, पेंशन और आवास जैसी जरूरी सुविधाएं मिलना आपका मौलिक अधिकार है। मैं इस मुद्दे को लेकर संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर आवेदन सौंपूंगा और धरातल पर काम शुरू कराने का प्रयास करूंगा। मैं आप सबके साथ हूं।”
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👥 मौजूद प्रमुख लोग:
- वार्ड सदस्य मादुई केराई
- पूर्ण चंद्र मुखी, छोटे लाल महतो, बाबलु केराई, तुरी हेम्ब्रम
- अमरजीत केराई, मिन्टू बोदरा, छोटे पुरती, सुखदेव बोदरा
- पूजा केराई, सरिता केराई, गीता गागराई, रतनी केराई, सुमी गागराई
- दर्जनों महिलाएं और ग्रामीण पुरुष इस सभा में शामिल हुए।
📌 निष्कर्ष:
केरा कुदारसाई टोला के ग्रामीणों की आवाज़ अब धीरे-धीरे मुखर हो रही है। बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोग अब जागरूक होकर अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं, जो लोकतंत्र और विकास के लिए शुभ संकेत है।
📝 प्रशासन को अब चाहिए कि वह इस जन-आक्रोश को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए, ताकि टोला के लोग भी सम्मानजनक जीवन जी सकें।