जमशेदपुर । झारखण्ड
पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी 597 तेजस्विनी कर्मियो का नवंबर 2022 से अगस्त 2023 तक के मानदेय का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। जिसे लेकर तेजस्विनी कर्मियों ने आज दिनांक 30 अक्टूबर 2023 को जिला पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कार्यालय में आकर ज्ञापन दिया।
इस सम्बन्ध में उनका कहना है कि हम सब तेजस्विनी कर्मी पिछले 2019 से पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी प्रखंड में तेजस्विनी परियोजना के अंतर्गत क्रमश प्रखंड समन्वयक, क्षेत्र समन्वयक, संकुल समन्वयक सलाहकार तथा युवा उत्प्रेरक के रूप में CSP – ISAP (संस्था) के HR पालिसी के आधार पर कार्य कर रहे थे। ISAP के द्वारा सभी स्टाफ को ईमेल के द्वारा 25 अगस्त 2023 को परियोजना समाप्तिका पत्र प्राप्त हुआ था। यह परियोजना विश्व बैंक द्वारा वित्त प्रदत्त “झारखण्ड महिला एवं वाल विकास समिति, रांची द्वारा झारखण्ड के 17 जिले में संचालित था। प्रत्येक जिले में यह परियोजना “जिला समाज कल्याण पदाधिकारी” की निगरानी में चलती थी। प्राप्त समाचार के अनुसार परियोजना समाप्ति के बाद सभी जिले के तेजस्विनी कर्मियों का मानदेय भुगतान कर दिया गया है, जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले के किसी भी स्टाफ का मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि हमारी ओर से कोई भी कार्य लंबित नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि अचानक कार्य समाप्त हो जाने से हम सभी (597 कर्मी) बेरोजगार तो हो ही गए हैं, अब मानदेय नहीं मिलने की स्थिति में हम सब भुखमरी की स्थिति से गुजर रहे हैं। हम सब परिवार वाले हैं, सबके छोटे-छोटे बच्चे हैं इससे उनके स्वास्थ, शिक्षा तथा पालन पोषण गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं। अगर हमें जल्द से जल्द 10 महीने का मानदेय का भुगतान नहीं किया गया तो हमारे पास आत्महत्या के अलावा और कोई चारा नहीं है। अतः महाशय से हमारा करबद्ध निवेदन है की हमें नवंबर 2022 से अगस्त 2023 (10 महीने) का मानदेय दिलाने में हमारी मदद किया जाये जिससे हम और हमारी जिंदगी बच जाये। अगर मानदेय नहीं मिलने के कारण हमारे साथ कोई अनहोनी हो जाये तो उसका पूर्ण जिम्मेदारी ISAP और “झारखण्ड महिला एवं वाल विकास समिति रांची” की होगी।