जमशेदपुर : आज अटल विचार मंच पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 49-जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से युवा समाजसेवी और पूर्व छात्र नेता संजीव आचार्य ने नामांकन फार्म खरीदा। देव तुल्य पदाधिकारियों के साथ नामांकन फार्म खरीदने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए संजीव आचार्य ने कहा कि यह चुनाव किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए लड़ा जा रहा है।
उन्होंने जमशेदपुर की भयावह स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एशिया का नंबर वन शहर होने के बावजूद भी बस्ती इलाकों में अब तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं है, गंदगी चारों ओर फैली है, सरकारी अस्पतालों की स्थिति गंभीर है, और युवाओं के रोजगार के लिए किसी भी जनप्रतिनिधि ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। सरकारी स्कूलों की स्थिति बद से बदतर हो गई है, जबकि प्राइवेट और इंग्लिश मीडियम स्कूलों की मनमानी चरम पर है। उच्च शिक्षा की व्यवस्था न होने के कारण छात्रों को इंटर की परीक्षा के बाद राज्य से बाहर जाना पड़ता है।
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आचार्य ने यह भी कहा कि झारखंड का राजस्व अन्य राज्यों में जा रहा है, जबकि प्राइवेट शिक्षा पूरी तरह से व्यवसायिक हो गई है। उन्होंने वर्तमान जनप्रतिनिधियों और टाटा कंपनी के बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि इस कारण जमशेदपुर की गरीब जनता त्रस्त है। टाटा कंपनी की मनमानी से यहां के क्वार्टर खंडहर बन चुके हैं और स्कूल-कॉलेज बंद हो रहे हैं, लेकिन इसके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई गई।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने कीमती वोट का इस्तेमाल विवेकपूर्ण ढंग से करें और व्यवस्था परिवर्तन की इस लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। साथ ही, उन्होंने उन जनप्रतिनिधियों को उनकी सही जगह पर पहुंचाने का आह्वान किया, जो जनता को छलते हैं, गलत के खिलाफ आवाज उठाने वालों को झूठे मुकदमों में फंसाते हैं, और जनता की सुविधाओं की अनदेखी करते हैं।
नामांकन फार्म खरीदते समय संजीव आचार्य के साथ जेपी आंदोलनकारी श्री सुरेश दत्त पांडे, अवधेश पाठक, विष्णु भगवान पाठक, राम अवधेश चौबे, आलोक रंजन, तिलेश्वर प्रजापति सहित जमशेदपुर के सभी समुदायों और वर्गों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
संजीव आचार्य ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि 23 या 24 अक्टूबर को विचार-विमर्श के बाद नामांकन दाखिल किया जाएगा। इस दौरान जमशेदपुर की आम जनता, माता-बहनों सहित सभी समुदायों के लोग बड़ी संख्या में उनके साथ रहेंगे।