जमशेदपुर | झारखण्ड
जिला पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर के गोविंदपुर थानातर्गत, पुलिस ने एक माह पूर्व लापता 28 वर्षीय रिना देवी को आख़िरकार ढूंढ ही निकला। अफ़सोस की बात है की रिना देवी को जीवित नहीं बल्कि मृत शरीर के रूप में उसका कंकाल ही मिला है। वहीँ पुलिस ने रिना के हत्यारे को भी गिरफ्तार कर लिया है और मुजरिम ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
बता दें की इस मामले को लेकर मृतका के पति अक्षय लाल साह ने एक माह पूर्व गोविंदपुर थाना में पत्नी रिना के लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पति ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद भी कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद वे शुक्रवार को एसपी से मिलने पहुंचे थे। एसपी ने थाना प्रभारी को जांच करने का आदेश दिया जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता के साथ कंकाल को बरामद किया।
पति अक्षय ने बताया कि वे मूल रूप से छपरा के रहने वाले है और कोलकाता में जूट मिल में काम करते है। रिना से उनकी शादी साल 2007 में हुई थी। उनके दो बच्चे भी है। दो साल पूर्व रिना बच्चों संग गोविंदपुर स्थित अपने मायके आ गई थी। यहां वह विवेकनगर में किराए के मकान में रहती थी। अक्षय के अनुसार रिना ने मुकेश को 4 से 5 लाख रुपये दिये थे और उसके गहने भी गायब है।
रिना के बेटे आदर्श ने बताया उस दिन की बात
इस मामले को लेकर रिना के बेटे आदर्श ने बताया कि 22 अगस्त की रात मुकेश उनके घर आया था और घर आते ही गुस्से में मोबाइल पटक दिया। मुकेश मां से अपनी भतिजी के इलाज के लिए रुपयों की मांग कर रहा था। थोड़ी देर बाद मां उसके साथ चली गई और वापस नहीं लौटी जिसके बाद उसने दूसरे दिन पिता को फोन पर इसकी जानकारी दी। आदर्श ने बताया कि मुकेश मजदूरी का काम करता है और बीते तीन माह से वह मां के संपर्क में था।
हत्यारे मुकेश ने कही नाजायज रिश्ते की कहानी
अपने नाजायज रिश्ते को लेकर मुकेश ने पुलिस को बताया कि रिना उसे शादी का दबाव दे रही थी। वह रिना से तीन माह से संपर्क में था। इस बात से तंग आकर उसने रिना को रास्ते से हटाने का प्लान कर लिया और घटना की रात वह उसे अपने साथ ले गया और हुरलुंग जाने वाले रास्ते में हत्या कर शव को झाड़ियों के बीच फेंक दिया।
पुलिस ने मामले को सुलझाया
पुलिस ने कंकाल को इकट्ठा कर जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस के अनुसार कंकाल का डीएनए टेस्ट किया जायेगा।