विश्व में भारतीय सेना की अपनी एकअलग ही पहचान है। सेना का होना किसी भी देश के लिए अनिवार्य होता है और यदि सेना मजबूत हो, तो फिर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में भी बहुत मजा आता है। तो दोस्तों आज हम बात करने जा रहें है अपने देश की बहुबलि सेना के बारे में।
भारतीय सेना में बहुत बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिससे हमारी सेना का बाहुबल और अधिक बढ़ जाएगा। आने वाले दिनों में शारीरिक क्षमता के साथ-साथ तकनिकी ताकत का भी भरपूर इस्तेमाल किया जाने वाला है। जिसके लिए सेना ने नई टेक्नोलॉजी के पांच क्षेत्रों में आगे बढ़ने की तैयारी आरम्भ कर दी है। इनमें रोबोटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, बिग डाटा और ब्लाक चेन एनलाटिक्स हैं।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा कि सेना बदलाव के दौर से गुजर रही है। भविष्य में सेना को मानव ताकत आधारित सेना से तकनीकी रूप से शक्तिशाली सेना के रूप में परिवर्तित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। सिर्फ थल सेना में ही नहीं बल्कि तीनों सेनाओं में इस प्रकार के बदलाव लाए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना के प्रशिक्षण कमान ने कुछ समय पूर्व एक वैज्ञानिक अध्ययन कराया था जिसमें यह बताया गया था की किस तरह से आने वाले समय में सेना को नई टेक्नोलॉजी से लैस कर अधिक तागतवर बनाया जा सकता है।
रोबोटिक्स तकनीक अथवा रोबोट सैनिकों का इस्तेमाल उन क्षेत्रों में किया जा सकता है जहां सेना की तैनाती बहुत महंगी और कठिन है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी के माध्यम से सीमाओं की निगरानी और बेहतर तरीके से हो पाएगी। वहीँ क्वाटंम कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी से सूचनाओं के आदान-प्रदान को तीव्रता प्रदान की जा सकती है साथ ही इसे अधिक सुरक्षित बनाया जा सकता है क्योंकि क्वांटम तकनीक को किसी भी हैकर के द्वारा हैक नहीं किया जा सकता। बिग डाटा एनालेटिक्स के द्वारा सुरक्षा संबंधी आंकड़ों के तीव्र और विस्तृत विश्लेषण किया जा सकता है। वहीँ ब्लाक चेक टेक्नोलॉजी से वित्तीय सम्बन्धी कार्य को पारदर्शी और मजबूत बनाया जा सकेगा।
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