झारखंड

भव्य कलश यात्रा के साथ हनुमत प्राण-प्रतिष्ठा सह शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ

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विहिप ने किया पुष्प वर्षा एवं शर्बत वितरण, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

बिरनी/गिरिडीह : प्रखंड के गांडो में हनुमत प्राण-प्रतिष्ठा सह शतचंडी महायज्ञ के शुभारंभ अवसर पर रविवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। ध्वनि यंत्रों के साथ निकली इस शोभायात्रा में 411 महिलाओं ने भाग लिया, जिन्होंने नंगे पांव माथे पर कलश रखकर आस्था और श्रद्धा का परिचय दिया।

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कलश यात्रा यज्ञ स्थल से प्रारंभ होकर चितरना, डबरसैनि, मरकोडीह, बरहमसिया और नवादा होते हुए चिकनीबाद नदी जलाशय तक पहुँची। वहाँ विधिवत मंत्रोच्चार के साथ कलश को पवित्र जल से भरा गया। इस दौरान ग्यारह विद्वान पुजारियों ने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए, जिसमें मुख्य पुजारी विक्रम वर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी अनिता देवी ने विशेष पूजा-अर्चना की।

यज्ञाचार्य कृष्णदेव शास्त्री ने कहा कि किसी भी महायज्ञ से पूर्व कलश यात्रा का विशेष महत्व होता है। यह देवी-देवताओं के आह्वान और पवित्रता का प्रतीक होती है, जिससे यज्ञ निर्विघ्न संपन्न हो सके।

विहिप द्वारा पुष्प वर्षा एवं शर्बत वितरण

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया और कलश यात्रियों पर पुष्प वर्षा की। साथ ही, भीषण गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के बीच शर्बत का वितरण किया गया।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

इस विशाल आयोजन को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने आयोजन को भव्यता प्रदान की। आने वाले दिनों में महायज्ञ के अंतर्गत विद्वानों द्वारा प्रतिदिन पूजा, आरती और कथा-प्रवचन का आयोजन किया जाएगा।

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