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झारखंड

टाटा स्टील के श्री बालामुरुगन श्रीनिवासगन ने एनआईटी जमशेदपुर में उद्योग 4.0 और एनडीई पर दिया व्याख्यान

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जमशेदपुर : टाटा स्टील लिमिटेड, जमशेदपुर में अनुसंधान और विकास में गैर-विनाशकारी परीक्षण (NDE) और सेंसर अनुसंधान समूह के प्रमुख श्री बालामुरुगन श्रीनिवासगन ने आज एनआईटी जमशेदपुर में एक विशेष व्याख्यान दिया। यह व्याख्यान “उद्योग 4.0: आधुनिक विनिर्माण की ओर यात्रा” विषय पर चल रहे लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम (STTP) का हिस्सा था। उन्होंने “इस्पात उद्योग के लिए एनडीई और उद्योग 4.0” विषय पर अपने विचार साझा किए।

व्याख्यान के प्रमुख बिंदु

श्री बालामुरुगन श्रीनिवासगन ने उद्योग 4.0 को भौतिक से डिजिटल और पुनः भौतिक प्रणालियों के निर्बाध एकीकरण के रूप में परिभाषित किया, जो स्मार्ट स्वचालन के माध्यम से विनिर्माण प्रक्रियाओं में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है। उन्होंने बताया कि कैसे डिजिटल तकनीकों का उपयोग कर औद्योगिक प्रक्रियाओं की दक्षता और गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।

उन्होंने टाटा स्टील लिमिटेड में विकसित नवीन ब्लास्ट फर्नेस प्रोफाइलिंग प्रौद्योगिकी पर भी प्रकाश डाला, जो इस्पात उत्पादन प्रक्रिया में नीचे से ऊपर तक सटीक माप को सक्षम बनाती है और कार्यक्षमता में सुधार करती है। यह तकनीक उद्योग में एक महत्वपूर्ण नवाचार के रूप में देखी जा रही है।

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इसके अलावा, उन्होंने कई नई गैर-विनाशकारी परीक्षण (NDT) प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की, जो औद्योगिक अनुप्रयोगों में वास्तविक समय मूल्यांकन, पूर्वानुमानित रखरखाव और गुणवत्ता आश्वासन को बेहतर बनाती हैं। उन्होंने उद्योग 4.0 के तहत स्मार्ट सेंसर और डेटा एनालिटिक्स के बढ़ते उपयोग पर भी जोर दिया, जिससे उत्पादन प्रणालियों की निगरानी और अनुकूलन संभव हो रहा है।

एनआईटी जमशेदपुर में उद्योग-अकादमिक सहयोग

एनआईटी जमशेदपुर में इस व्याख्यान के आयोजन का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को उद्योग 4.0 की नवीनतम प्रगति और इसकी औद्योगिक प्रासंगिकता से अवगत कराना था। संस्थान के प्राध्यापकों और छात्रों ने श्री बालामुरुगन के ज्ञानवर्धक सत्र में गहरी रुचि दिखाई और कई तकनीकी प्रश्न पूछे, जिनका उन्होंने विस्तार से उत्तर दिया।

इस तरह के व्याख्यान उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करने में सहायक होते हैं और छात्रों को नवीनतम औद्योगिक तकनीकों और प्रवृत्तियों से परिचित कराते हैं। एनआईटी जमशेदपुर भविष्य में भी इस प्रकार के तकनीकी व्याख्यानों का आयोजन जारी रखेगा ताकि छात्रों को उद्योग की आधुनिक चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार किया जा सके।

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