झांसी की घटना यूपी में विकास का कौन सा अध्याय है बताएं योगी सरकार
जमशेदपुर। कांग्रेस पार्टी के वरीष्ठ नेता सह जमशेदपुर पूर्वी से कांग्रेस के प्रत्याशी डा. अजय कुमार ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आगजनी की घटना में 10 नवजात शिशुओं की हुई मौत पर गहरा शोक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ईश्वर से पीड़ित परिवारों को इस दुख को सहने के लिए शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
रविवार को प्रेस बयान जारी कर डा. अजय ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ झांसी मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था के कारण 10 नवजात शिशुओं की मौत होती है. वहीं घटना स्थल पर जाने के बजाए प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगीनाथ महज एक टविट् कर अपने जिम्मेवारी की इतिश्री मान लेते है.
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एक तरफ कई परिवारों की दुनिया इस घटना से उजड़ गई लेकिन इससे बेफिक्र मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ चुनावी सभाओं में बटेंगे तो कटेंगे के नारे लगाने में व्यस्त रहे. यही भाजपाईयो का असली चरित्र है. उनके लिए सत्ता ही सबकुछ है. इन लोगों पर नवजात शिशुओं की मौत का भी कोई असर नहीं पड़ता है, इतने निर्दयी है.
डा. अजय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार की विकास की पुराण बाचने वाले बताएं की झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई घटना विकास का कौन सा अध्याय है. जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में लगे सभी अग्निशमन यंत्र पिछले एक वर्ष से खराब पड़े है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी चुनावी सभा में जिनके खिलाफ बटेंगे तो कटेंगे के नारे लगा रहे थे. उन्हीं लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर कई मासूमों की जानें बचाकर मानवता की एक मिशाल कायम की है.
झांसी की घटना यूपी की पहली घटना नहीं है, इससे पहले 2017 में भी गोरखपुर में ऑक्सीजन के अभाव में कई मासूमों को अपनी जाने गवांनी पड़ी थी. तब भी सरकार ने मामले की लीपा पोती कर मामले को दबाने का काम किया था. इस बार भी जांच कमिटी बनाकर मामले को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जा रहा है. इतनी बड़ी घटना होने पर मुख्यमंत्री का घटना स्थल पर नहीं जाना कहीं ना कहीं उनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है.