जमशेदपुर: माँ भारती के वीर सपूत, अमर स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस, जिन्होंने मात्र 18 वर्ष की अल्पायु में श्रीमद्भगवत गीता हाथ में लेकर हंसते-हंसते फांसी के फंदे को गले लगा लिया, उनके बलिदान दिवस पर आजसू छात्र संघ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आजसू छात्र संघ के नेता सैकत सरकार ने जमशेदपुर स्थित खुदीराम बोस चौक पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर सैकत सरकार ने कहा, “खुदीराम बोस के अदम्य साहस और पराक्रम ने अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति की ज्वाला प्रज्ज्वलित कर दी। उनके त्याग, संघर्ष और सर्वस्व समर्पण की गाथा युगों तक भावी पीढ़ी के लिए राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा बनी रहेगी।”
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सैकत सरकार, कोल्हान उपाध्यक्ष, आजसू छात्र संघ, ने भी भाग लिया और खुदीराम बोस के बलिदान को याद करते हुए उन्हें भारत माता का सच्चा सपूत बताया।
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