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मोटिवेशनल

अगर यही हाल रहा तो वर्ष 2050 तक धरती की 90% कृषि योग्य भूमि बंजर हो जाएगी।

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THE NEWS FRAME

जमशेदपुर | झारखण्ड 

हमारी मिट्टी मर रही है दुनिया भर में 52% कृषि मिट्टी पहले से ही खराब हो चुकी है, वर्ष 2045 तक विश्व की आबादी के मुकाबले 40% भोजन कम उपलब्ध होगी। वर्ष 2050 तक धरती की 90% कृषि योग्य  भूमि बंजर हो जाएगी।

भारत की 62% कृषि योग्य भूमि बंजर होने के कगार पर है और संयुक्त राज्य अमेरिका की 50% कृषि योग्य भूमि पहले ही बंजर हो चुकी है। अधिकांश अनुमानों के अनुसार हमारे पास भोजन उगाने के लिए लगभग साठ साल की काम आने वाली ऊपरी मिट्टी ही बची है। यह संकट पृथ्वी पर हर देश और हर इंसान को प्रभावित करता है। कॉन्शियस प्लैनेट मानव चेतना को बढ़ाने और हमारे ग्रह पर प्रकृति और सभी जीवन के समर्थन में मानव गतिविधि को एक साथ करने का एक प्रयास है। हमारा काम एक ऐसे ग्रह का निर्माण करना है जहां मनुष्य सचेत होकर कार्य करें, सरकारें सचेत रूप से चुनी जाएं और पारिस्थितिक मुद्दे चुनावी मुद्दे बन जाएं। 

मिट्टी बचाओ आंदोलन मिट्टी के विलुप्त होने और इसके व्यापक स्तर पर गिरने के खतरनाक खतरे पर प्रकाश डालता है, जिसमें भोजन की कमी, पानी की कमी, जलवायु शरणार्थी और भारी आर्थिक नुकसान शामिल हैं। मिट्टी की गुणवत्ता खराब होने से 74% किसान सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं और एक अनुमान के मुताबिक हर वर्ष 10.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर का किसानों को नुकसान होता है जिससे वे आत्महत्या के लिए विवश हो जाते हैं। मृदा बचाओ अभियान एक वैश्विक आंदोलन है जो दुनिया भर के लोगों को एक साथ लाकर मृदा संकट का मुकाबला करने ,मृदा स्वास्थ्य के लिए खड़े होने,सभी देशों के नेताओं का समर्थन करें। 

राष्ट्रीय नीतियों को स्थापित करने के लिए सभी देशों के नेताओं का समर्थन करें, और खेती योग्य मिट्टी में जैविक सामग्री बढ़ाने की दिशा में कार्रवाई करें। यदि मृदा क्षरण की वर्तमान दर जारी रहती है, तो यह जीवन का अंत होगा जैसा कि हम जानते हैं। मृदा बचाओ मिट्टी की स्थिति को बदलने की दिशा में तीन प्रमुख प्रभावी, सकारात्मक कार्य करता है:

दुनिया का ध्यान हमारी मरती हुई मिट्टी की ओर दिलाएँ।

मिट्टी की सुरक्षा, पोषण और मिट्टी को बनाए रखने के लिए नीति पुनर्निर्देशन का समर्थन करने के लिए 3.5 अरब लोगों को प्रेरित करें।

193 देशों में मिट्टी की जैविक सामग्री को न्यूनतम 3-6% तक बढ़ाने और बनाए रखने की दिशा में काम किया जा रहा है। कृषि, वनों की कटाई और अन्य कारकों ने चिंताजनक दर से ऊपरी मिट्टी का क्षरण और क्षरण किया है। मिट्टी बचाओ आंदोलन मिट्टी के जादू को जीवित रखने के लिए मानवता को एक साथ लाने के बारे में है।

इसी अभियान के संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के ललितपुर के एक युवा मोहित जी पूरे भारतवर्ष में एक सायकल से यात्रा कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसी कड़ी में उनका आगमन हमारे जमशेदपुर शहर में 15 सितम्बर को हुआ जहां एसबीआई बैंक  के अधिकारियों द्वारा उनका स्वागत किया गया तथा उनका मनोबल बढ़ाया गया। कल उन्हें यहां के मारवाड़ी समुदाय के लोगों के द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सम्मानित किया गया जहाँ मोहित जी ने लोगों को मिट्टी की गुणवत्ता पर महत्व और उसे बचाने पर लोगों को जागरूक किया। 

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