My Pen : मंगलवार 17 अगस्त, 2021
वसुधैव कुटुंबकम, विश्व को एक परिवार मानने वाला और जगत का कल्याण कहने वाला, विश्व में कोई है तो वह है सनातन हिन्दू धर्म। आइये इस विषय पर एक नजर डालते हैं, जिसे जाने – माने आर्टिस्ट और विचारक श्री सुरेंद्र सिंह के द्वारा रचित है – “हिंदुत्व में स्थिरता।”
सुरेंद्र सर की कलम से-
अफ़गानिस्तान के परिदृश्य में अगर आप देखें, तो संयुक्त अरब अमीरात UAE, एक आध मुस्लिम देश को छोड़कर लगभग आज पूरी दुनिया में सभी मुस्लिम देश हताहत हैं। जहां हिन्दु शून्य हैं।
भारत की धरती ज्ञान की, अहिंसा और ऋषि मुनियों की रही है। आज भारत की स्थिरता हिन्दूओं से सुरक्षित है। हिंदुत्व में भावना है, मोह है, माया है, भक्ति है। हिंसा मुक्त धर्म है। यह देश पिछले 30 वर्षों से अस्थिर रहा भी है तो काश्मीर से, जहां बहुसंख्यक मुस्लिम हैं।
बंटवारे में भारत के जमीन का एक बड़ा हिस्सा चले जाने का दर्द तो झेला ही परन्तु संभाला। इस बंटवारे का कारण भी जिन्ना थे, मुस्लिम थे। और अभी भी पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत को अस्थिर करने से कभी बाज़ नही आता। कारगिल, कंधार एयर इंडिया हाईजैक इसका उदाहरण है। हज़ारों वर्षों में ताजिकिस्तानी, अफ़ग़ानी लूटेरों से ताबड़तोड़ युद्ध, कत्लेआम, लूटपाट, कोहराम चलता रहा भारत में। तो वे एकमात्र मुस्लिम ही थे।
फिर भी, आज भी भारत अखंड है, अडिग है, संप्रभुता का धोतक है। भारत में मानवता की अथाह शक्ति है। तो वजह है, भारत की हिन्दू संस्कृति और विरासत। हालांकि कुछ मुस्लिम मित्र पोस्ट से नाराज़ हो जातें हैं। लेकिन गहनता से इस विषय पर विचार करने की आवश्यकता है। कि आखिरकार दुनिया में मुस्लिम ही राष्टों में ऐसी अस्थिरता क्यों है?
भारत में बहुत सारे परिवर्तित हिन्दू मुस्लिम हैं। जैसे जिन्ना के पूर्वज भी हिन्दू थे। जिन्ना भी आजादी के महज दो महीने बाद ही काश्मीर में कत्लेआम कराने से नही चुके थे। जबकि वे पहले भारतीय थे, बाद में पाकिस्तानी हुए। जिन्ना अकेले ऐसे व्यक्तित्व बने जो भारतीय हिन्दूओं के दिलों में मुस्लिमों के प्रति अविश्वास रख गए।
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यह संसार मिथ्या है और सब रिश्ते झूठे हैं।