जमशेदपुर | झारखण्ड
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष मंजु सिंह और युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सूर्य मंदिर के नाम पर व्यवसाय करने और निजी लाभ कमाने वालों की कलई खुल गई है. सूर्य मंदिर और वहाँ स्थित अन्य मंदिरों को उत्कृष्ट पूजा स्थल के रूप में विकसित किया जाय, जहां का वातावरण अध्यात्मिक रहे. अब तक शंख मैदान उद्यान, चिल्ड्रेन पार्क, सोन मंडप, यात्री निवास से करोड़ों रूपया कमाने वालों का बाजार बंद हो रहा है तो इनकी बेचैनी बढ़ गई है. इनकी दूकान बंद हो गई है. इन्हें पता होना चाहिए कि जमशेदपुर की उपायुक्त ने सूर्य मंदिर समिति का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की अनुशंसा की है. अनुशंसा में प्रथमदृष्ट्या दम पाकर सरकार ने सूर्य मंदिर समिति की गतिविधियों की जाँच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दिया है. समिति के लोग बौखलाहट में अनाप- शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. इनकी मंशा सरकारी संपत्ति पर कब्जा जमाकर आर्थिक लाभ कमाना है. इनका यह मंसूबा कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. इन्हें पता होना चाहिए कि सरकार ने शंख मैदान सहित सरकारी संपत्तियों का अधिग्रहण कर इसका मालिकाना जेएनएसी को दे दिया है. इन स्थलों से प्राप्त हो रहा राजस्व अब जेएनएसी के खाता में जमा होता है, सरकार के पास जाता है. जमशेदपुर की जनता विगत 20 वर्षों से हो रही इनकी कमाई को इनसे वापस कराना चाहती है. जनता की यह इच्छा हम पूरा करेंगे.,भले ही इसके लिए न्यायालय की शरण में क्यों न जाना पड़े.
जहां तक इस स्थान पर छठ पर्व होने की बात है पर्व इस वर्ष भी आस्था और मनोयोग से होगा. इसके लिये समिति गठित होगी. छठ महापर्व पर लटके झटके वाले अश्लील गीत होने की इजाजत यहाँ नहीं दी जाएगी. हम 2016 में सुनिधि चैहान से लेकर 2019 तक नेहा कक्कड़ द्वारा भड़काऊ पोशाक पहन कर गाए गए गीतों से जमशेदपुर की जनता को अवगत कराएँगे. तथाकथित विवादास्पद सूर्य मंदिर समिति का एकाधिकार यहाँ पर छठ पर्व के आयोजन में नहीं है. गत वर्ष इन्होंने अनुमंडलाधिकारी की अनुमति से यहाँ गीत का आयोजन किया था. अश्लील गीतों के लिए मशहूर जिस गायिका को इन्होंने बुलाया था उसे भजन गाने के लिए विवश होना पड़ा. जिस गीत के लिए यह गायिका मशहूर है उसका उच्चारण करने में भी शर्म आती है.
जहांतक विधायक सरयू राय के काम की बात है, इन्हें पता है कि 25 वर्षों में जो काम जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र में नहीं हो पाए थे उन्हें कोविड के बाद के दो वरिँयो में किया गया है. इसके बारे में जनता जानती है, फिर भी हम इस बारे में जनता को बताएंगे. विवादास्पद सूर्य मंदिर को जेबी संस्था बनाने वाले सुधर जाएँ, उनकी पोल पट्टी खुलने वाली है.