जमशेदपुर | झारखण्ड
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष विजय आनंद मूनका की अध्यक्षता में माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार अश्विन वैष्णव से उनके टाटानगर दौरे के दौरान मुलाकात की। यह जानकारी मानद महासचिव मानव केडिया एवं उपाध्यक्ष जनसंपर्क एवं कल्याण अभिषेक अग्रवाल गोल्डी ने संयुक्त रूप से दी।
महासचिव ने बताया कि रेल मंत्री के जमशेदपुर दौरे के दौरान चैम्बर का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलकर विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि टाटानगर एवं आस-पास के क्षेत्रों में राजस्थानी लोगों की संख्या काफी अधिक है तथा राजस्थान धार्मिक, शैक्षणिक एवं पर्यटन स्थल के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। सीधे रेल सेवा के अभाव में यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
अभी यहां से जाने वाले लोगों को दिल्ली उतरकर फिर राजस्थान के लिये ट्रेन पकड़नी होती है जिससे उन्हें काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसलिये टाटानगर से जयपुर/फुलेरा तक सीधी रेल सेवा बहाल की जाय। अभी इसके लिये अस्थाई रूप से शालीमार – जयपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नं.08061-62) चलाया जा रहा है लेकिन यह भी नियमित रूप से परिचालित नहीं हो रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने इस ट्रेन को नियमित करने की भी मांग रेल मंत्री से की या वर्तमान में जो पुरूषोत्तम एक्सप्रेस (ट्रेन नं.12801-12802) का परिचालन हो रहा है उसे फुलेरा/जयपुर तक विस्तार करने का आग्रह किया। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल निम्नलिखित मांगो को भी माननीय मंत्री के समक्ष रखा –
वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व की भांति रेलवे टिकटों में रियायतें को फिर से लागू करना क्योंकि इसके बंद होने से वरिष्ठ नौकरीपेशा जो रिटायर हो चुके हैं तथा व्यवसायी जो अपने व्यवसाय से विरमित हो चुके हैं को आर्थिक परेशानी होती है।
टाटा यशवंतपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नं. 12889-90) के फेरे में वृद्धि किया जाय ताकि यहां दक्षिण में पढ़ाई करने, ईलाज कराने तथा पर्यटन के उद्देश्य से जानेवाले अधिकाधिक यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
द0पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर प्रमंडलीय प्रबंधक कार्यालय का स्थानांतरण टाटानगर में किया जाय क्योंकि इस प्रमंडल में रेलवे सबसे ज्यादा राजस्व टाटानगर से मिलती है और यहां के व्यवसायियों को जो रेलवे से माल आयात – निर्यात करते हैं कभी कोई परेशानी उत्पन्न होने पर प्रमंडलीय कार्यालय से निपटारे हेतु बार-बार चक्रधरपुर आने – जाने में परेशानी होती है।
ट्रेन नंबर-12307 (हावड़ा-जयपुर-जोधपुर) जो कि हावड़ा से प्रतिदिन चलती है को वाया टाटानगर कम से कम सप्ताह में दो दिन चलाया जाय।
टाटानगर या इसके आसपास रेलवे का कोई उपक्रम स्थापित हो। टाटानगर झारखण्ड की आर्थिक राजधानी के साथ-साथ औद्योगिक नगरी भी है। यहां पर लगभग छोटे – बड़े 1400 उद्योग स्थापित हैं। अगर रेलवे का यहां उपक्रम स्थापित होता है तो यह रेलवे के लिये हर तरह से लाभकारी सिद्ध होगा।
प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष जनसंपर्क एवं कल्याण अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, उपाध्यक्ष व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी, सचिव भरत मकानी एवं विनोद शर्मा इत्यादि उपस्थित थे।