जमशेदपुर | झारखण्ड
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा सत्र 2023-25 में अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में नई कार्यसमिति के गठन के बाद पदाधिकारियों के सुझाव के तहत निर्णय लिया गया था कि कोल्हान के विभिन्न क्षेत्रो के व्यवसायियों एवं औद्योगिक प्रतिष्ठानों की समस्याओं को पहचान कर उसके निराकरण हेतु आवश्यक कदम उठाये जायेंगे और इसके लिये उस क्षेत्र के साथ सामूहिक रूप से क्षेत्रवार बैठक कर उनकी समस्याओं को जाना जायेगा। इसी के तहत चाकुलिया के व्यवसायी एवं उद्यमियों के साथ एक बैठक सिंहभूम चैम्बर की आयोजित की गई। यह जानकारी मानद महासचिव मानव केडिया ने दी।
इस अवसर पर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने व्यवसायी उद्यमियों को संबोधित करते हुये कहा कि चैम्बर हमेशा व्यवसायी एवं उद्यमी हित के लिये तत्पर रहा है। उन्होंने कहा की इसपर और तेज गति से कार्य प्रारंभ किया गया और सिंहभूम चैम्बर कोल्हान समेत तीनो जिला का प्रतिनिधित्व करती है, साथ की सभी छेत्र के व्यवसायी उद्यमी इसके सदस्य है। उन्होंने कहा की सभी छेत्रो में बैठकों का आयोजन करने के दिशा में कार्य शुरू किया गया है और वहां की व्यवसायियों एवं उद्यमियों की समस्याओं को चिन्हित कर इसके निराकरण के प्रयास किये जा रहे हैं। अध्यक्ष ने चाकुलिया क्षेत्र के व्यवसायी उद्यमियों को संबोधित करते हुये कहा कि चाकुलिया से हमारे सदस्यों ने हमें समय-समय पर यहां की समस्याओं से अवगत कराया और हमने इसके निराकरण के प्रयास भी किये। लेकिन समस्याओं को विस्तृत रूप में चिन्हित करने के लिये चैम्बर ने चाकुलिया में बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक से मिली जानकारियों के आधार पर चैम्बर और त्वरित गति से इसके निराकरण की दिशा में कार्य करेगा।
बैठक में व्यवसायियों ने निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों को चैम्बर के उपस्थित पदाधिकारियों के समक्ष रखा:-
1) चाकुलिया में व्यवसाय एवं उद्योग के विकास हेतु सरकारी स्तर से कोई कदम नहीं उठाये जाने से यहां औद्योगिक वातारवरण उत्पन्न नहीं हो रहा है। जिससे नये निवेश नहीं हो रहे है और न ही नये उद्यम स्थापित हो रहे है। यहां की युवा पीढ़ी दूसरे राज्यों और क्षेत्रों में अपना ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।
2) एयरपोर्ट की स्थापना – व्यवसायियों ने अपनी बात रखते हुये कहा कि यह क्षेत्र काफी वर्षों से औद्योगिक क्षेत्र रहा है। लेकिन एयरपोर्ट की अनुपलब्धता से बड़े औद्योगिक यहां निवेश हेतु अपनी रूचि नहीं दिखा रहे हैं जिससे एक सीमा के पश्चात यहां का औद्योगिक विकास रूक सा गया है। इसके लिये धालभूमगढ़ या चाकुलिया में एयरपोर्ट की स्थापना हो।
3) औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सरकार द्वारा 75 प्रतिशत स्थानीय कामगारों को आरक्षण कानून लाये जाने के पश्चात व्यवसायी एवं उद्यमियों को सरकार के इस कानून को मानने की बाध्यता उत्पन्न हो गई और इसके नहीं मानने पर दंड का भी प्रावधान लगाया गया है। इस कानून के लागू किये जाने से औद्योगिक प्रतिष्ठान अनुभवी मजदूरों की कमी की मार झेलने को विवश हैं। इससे औद्योगिक उत्पादन में कमी आ रही है। उत्पादन में कमी होने से आर्थिक परेशानी भी उत्पन्न होने लगी है। व्यवसायियो ने आग्रह किया सरकार इस कानून में संशोधन करे या स्थानीय कामगारों को अनुभवी बनाने के लिये पहले प्रयास करे।
4) वहां के व्यवसायियों ने बताया कि उद्योगों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। प्रायः आये दिन क्षेत्र में हाथियों के डर से बिजली काट दी जाती है और बिजली की आपूर्ति ठप हो जाती है। इससे भी उत्पादन में कमी आ रही है और कंपनी की आमदनी भी बाधित हो रही है जिसे कंपनी के खर्च निकालना मुश्किल होता जा रहा है।
5) यहां ग्रीन एनर्जी के काफी अवसर हैं लेकिन सरकार की इस क्षेत्र में निरसता इसके विकास में बाधक बन रही है। सरकार को चाहिए कि इसके लिये पहल करे इससे सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी, यहां रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे और युवाओं का पलायन रूकेगा।
6) मिल मालिकों को चावल और धान आपूर्ति का भुगतान सही समय पर नहीं होने से मिल मालिक आर्थिक मार झेल रहे हैं।
इस अवसर पर सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी ने भी संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन उमेश ख़िरवाल ने किया।
इस अवसर पर सिंहभूम चैम्बर के सचिव विनोद शर्मा, सुरेश शर्मा लिपु, कोषाध्यक्ष सीए अनिल कुमार रिंगसिया, पवन नरेडी, शुभम सेन, चाकुलिया के व्यवसायी एवं उद्यमी रवि झुनझुनवाला, राजेश लोधा, दुर्गा दत्त लोधा, दीपक झुनझुनवाला, संजय लोधा, बिशाल लोधा, सुभाष लोधा, केशव रूंगटा, गणेश रूंगटा, कैलाश रूंगटा, बिरमा अग्रवाल, गोपाल रूंगटा, अमित भरतिया, विकास अग्रवाल, आनंद सेक्सरिया, मुकुन्द यादव, नीरज केडिया, आलोक कुमार लोधा, पवन लोधा, बासुदेव रूंगटा के अलावा अन्य व्यवसायीगण मौजूद थे।