जमशेदपुर | झारखण्ड
आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस है, इस उपलक्ष में भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम की ओर से एक व्यक्ति को आप सभी के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, सही मायने में वह व्यक्ति निस्वार्थ भाव से समाज के लिए एवं पर्यावरण के लिए अपने जीवन निछावर कर रहा है, इसकी शुरुआत उन्होंने झारखंड राज्य के रामगढ़ मे पहले शुरुआत किया और आज धीरे-धीरे पूरे झारखंड में मुहिम छेड़ कर धरती का संरक्षण का कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है।
आज पर्यावरण एवं धरती के लिए सबसे बड़ी समस्या है प्लास्टिक, इसके रोकथाम के लिए वह एवं उनके परिवार इस कार्य के लिए अपने पूरा जीवन इस काम के लिए व्यतीत कर रहे हैं, इसकी शुरुआत पति-पत्नी दिल्ली में जाने से पता चला कि इसकी कितनी आवश्यकता है, क्योंकि पूरे भारतवर्ष में दिल्ली का वातावरण एवं प्रदूषण के बारे में सभी जानते हैं। इसलिए वह झारखंड लौट के आने के पश्चात रामगढ़ से इसके शुरुआत किया प्लास्टिक लाओ पौधा लेकर जाओ, जिसमें शुरुआत में काफी लोग इस चीज के बारे में मजाक में लेते हुए तिरस्कार किया और आज के दौर में इस चीज का कितना आवश्यकता है।
लोगों को समझ में आने लगा, आज इस मुहिम में स्कूल के छोटे बच्चों को सम्मिलित करते हुए इस मुहिम को आगे बढ़ाया, इस दिशा में प्रगति एवं कार्य करने लगा जो आज सफलतापूर्वक स्कूलों में कार्यक्रम करके बच्चों को लाभ हानि का ज्ञान या आने वाले समस्या के बारे में अवगत कराया जा रहा है, जिसमें बच्चों ने भरपूर साथ देते हुए धरती को एवं पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त करने का शपथ लिया गया और साथ ही पेड़ लगाकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया, क्योंकि आज के दौर में विकास कार्य के लिए जंगलों को समाप्त किया जा रहा है जिसका क्षतिपुर यह है कि धरती का तापमान दिन के दिन बढ़ता ही जा रहा है, पानी का समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
हमें, हम सभी को इस बात की खुशी है की टाटा स्टील जैसे कंपनी जो पर्यावरण एवं प्रदूषण रोकथाम के बारे में समय-समय पर कार्य करते रहते हैं, जिससे पूरे झारखंड में जमशेदपुर शहर को क्लीन सिटी ग्रीन सिटी एवं स्टील सिटी के नाम से जाना जाता है और उपेंद्र पांडे जैसे व्यक्ति समाज में रहेंगे तो जरुर से इस पर्यावरण का बदलाब नजर आने लगेगा। इस अवसर पर भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन पूर्व सिंहभूम के जिला अध्यक्ष श्री एस एन पाल जी के ओर से समय समय पर पर्यावरण/ वातावरण/ प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम स्कूल कॉलेजों नुक्कड़ के माध्यम से दूर कर ने का वीरा उठाया है जिससे आने वाले समय पर स्वच्छ वातावरण एवं प्लास्टिक मुक्ति धरती दे सके आने वाले पीढ़ी को।
कार्यक्रम का वीडियो :