जमशेदपुर | झारखण्ड
टाटा स्टील फाउंडेशन के वार्षिक जनजातीय सम्मेलन संवाद के तहत होने वाली राष्ट्रीय लघु फिल्म प्रतियोगिता ‘समुदाय के साथ’ की शुरुआत डिपार्टमेंट ऑफ मास कम्युनिकेशन करीम सिटी कॉलेज के समन्वय से कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुई। यह प्रतियोगिता टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा नवंबर में आयोजित किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय जनजातीय सम्मेलन संवाद का हिस्सा है जिसमें देशभर से जनजाति विषयों से जुड़ी हुई फिल्में शामिल होती हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ रामदयाल मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण से हुआ जिनका 23 अगस्त को जन्म दिवस भी होता है। टीएसएफ की तरफ से बोलते हुए नीतीश ने डॉ रामदयाल मुंडा का जीवन परिचय और जनजातीय समुदाय के प्रति उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा की। इसके बाद करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रियाज ने अतिथियों का स्वागत किया। सत्र का आरंभ टीएसएफ के मुख्य श्री जिरेन टोपनो डॉ मोहम्मद रियाज वी मास कम्युनिकेशन विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ नेहा तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। इसके बाद टीएसएफ अंकित और सूरज ने संवाद और समुदाय के साथ की यात्रा बताई।
कार्यक्रम में एक परिचर्चा का आयोजन भी किया गया जिसमें बारीपदा से दीपक बुरुवा, आशीष माडीं, जमशेदपुर से प्रकाश, प्रज्ञा और बापी मुर्मू शामिल हुए। सभी प्रतिभागियों ने फिल्म निर्माण और प्रदर्शन के क्षेत्र में संवाद कार्यक्रम की भूमिका की सराहना की और नए आदिवासी युवाओं से समुदाय के साथ में जुड़ने की अपील की। कार्यक्रम में प्रतियोगिता के नियमों की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों से फिल्म निर्माण की दिशा में काम करने के लिए कहा गया। तत्पश्चात पोस्टर का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में मास कम्युनिकेशन विभाग की विभाग का अध्यक्ष डॉ नेहा तिवारी ने आदिवासी अस्मिता और सिनेमा पर अपना व्याख्यान दिया। इसके पश्चात श्री जिरेन टोपनो द्वारा डॉ मोहम्मद रियाज और डॉ नेहा तिवारी को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मास कम्युनिकेशन व बीबीए के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। साथ ही करीम सिटी कॉलेज के तमाम शिक्षकगण एवं कर्मचारी शामिल थे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में टीएसएफ के प्रणीत, जयदीप और सैमसंग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वही मास कम्युनिकेशन के सैयद साज़िद और सैयद शाहज़ेब की भूमिका विशेष रूप से सराहनीय रही।