जमशेदपुर | झारखण्ड
बजरंग सेवा संस्थान के द्वारा जमशेदपुर के वैसे लोगो का अभिनंदन शुरू हुआ जिन्होंने राम मंदिर बनवाने के लिए 90 के दौर से संघर्ष किया है। उसमे अयोध्या जाकर आंदोलन हो, शहर में एक ईट हर घर से जुटाना हो या फिर मंदिर के लिए जनजागरण हो ऐसे सभी सम्मानित लोगो का अभिनंदन शुरू हो गया है। लगातार 2 बार जेल जाने वाले और गिरफ़्तार होने उत्तर प्रदेश से बच कर आने वाले राजन सिंह का हुआ अभिनंदन। राजन जी ने बताया कि 1989 में शीला पूजन से लेकर आडवाणी जी को रथ यात्रा में बिहार में गिरफ़्तारी करने में मुझे 2 बार गिरफ़्तार किया गया । एक बार 2 दिन और एक बार 22 दिन दोनों ही समय मुझे गिरफ़्तारी का कोई अंदाज़ा नहीं था बस मेरी सक्रियता को देखते हुए ज़िला पुलिस गिरफ़्तार की ताकि जमशेदपुर में आंदोलन को कमजोर किया जा सके। अयोध्या में ढांचा गिरने के बाद बड़े दूरी हम सब पैदल ही जाना पड़ा फिर हम सब बलिया पहुँचे वहा हमे पुलिस अपने गिरफ़्त में लेली लेकिन देर रात पुलिस कैम्प से 2 बजे निकलने में हम सब सफल रहे।
आज अपने जीवन काल में ही भव्य मंदिर बनते देख रहा हूं इसके लिए आदरणीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी तथा भारत सरकार का हृदय से आभार प्रकट करता हूं और अपने को सौभाग्य शाली महसूस कर रहा हूं। बजरंग सेवा संस्थान के संस्थापक सागर तिवारी ने कहा कि राजन जी से जानने को मिला कि उत्तर प्रदेश में कैसे कारसेवक संघर्ष किए और जमशेदपुर में बिना किसी मामले के ही जेल में कैसे डाला जाता था ख़ैर सबका संघर्ष काम आया और आज मंदिर बन गया इसके लिए सभी का धन्यवाद। ये सम्मान 22 जनवरी तक लगातार जारी रहेगा। इसमें मुख्य रूप से सागर तिवारी, धर्मबीर महतो, प्रदीप सिंह, राजकुमार सिंह, रामेश्वर चौधरी, सूरज तिवारी, वैंकेट राव, राजकुमार सिंह एव अविनाश कुमार उपस्थित थे।