जमशेदपुर । झारखंड
बजरंग सेवा संस्थान के द्वारा जमशेदपुर के वैसे लोगो का अभिनंदन शुरू हुआ जिन्होंने राम मंदिर बनवाने के लिए 90 के दौर से संघर्ष किया है। उसमे अयोध्या जाकर आंदोलन हो, शहर में एक ईट हर घर से जुटाना हो या फिर मंदिर के लिए जनजागरण हो ऐसे सभी सम्मानित लोगो का अभिनंदन शुरू हो गया है। 1989 में शीला पूजन से लेकर कारसेवक तक हर मोर्चे पर राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले स्वर्गीय ठाकुर धुरंधर सिंह का अभिनंदन हुआ और पिता के साथ कदम मिला कर अयोध्या तक जाने वाले दोनों भाई अभय सिंह एव निर्भय सिंह का भी हुआ अभिनंदन।
अभय जी ने बताया कि 1989 में शीला पूजन काशीडीह में बड़े धूम धाम से हुआ था ग्रामीण इलाक़े से बहुत लोग जुटे थे और यात्रा के दिन पूरा बाज़ार बंद होकर यात्रा में जुड़ गया था हर घर से लोग निकले थे बेहद सुखद पल को जमशेदपुर की जनता देखी थी।श्री निर्भय जी ने कहा की 1992 में गिरफ़्तारी अयोध्या जाने वाले लोगो की हो रही थी जगह जगह पर ट्रेन को रोक दिया जा रहा था ताकि लोग अयोध्या कम पहुँच सके जिसके चलते पिताजी के साथ हम सब निजी गाड़ी से अयोध्या के लिए निकले रास्ते में रोके जाने पर शादी में जा रहे है कह कर आगे बढ़ते और सही समय पर हम सब वहा पहुँच कर अपना संकल्प पूरा करने में सफल रहे।
बजरंग सेवा संस्थान के संस्थापक सागर तिवारी ने कहा कि अभय जी और निर्भयजी से जानने को मिला शीला और अयोध्या जाने की जानकारी। ठाकुर धुरंधर जी के परिवार ने बहुत संघर्ष किया है राम मंदिर के लिए इनके परिवार को सम्मान कर बजरंग सेवा संस्थान गौरव महसूस कर रहा है। ये सम्मान 22 जनवरी तक लगातार जारी रहेगा। इसमें मुख्य रूप से सागर तिवारी, धर्मबीर महतो, प्रदीप सिंह, राजकुमार पाठक, रामेश्वर चौधरी, सूरज तिवारी, वैंकेट राव, राजकुमार सिंह एव अविनाश कुमार उपस्थित थे।