जमशेदपुर | झारखण्ड
▪ विकास योजनाओं में प्रगति की समीक्षा कर तेजी लाने का दिया गया निर्देश
▪ सभी मुखिया से खराब पड़े चापाकलों की सूची मांगी गई
बोड़ाम प्रखंड में आयोजित प्रखंड स्तरीय समीक्षा बैठक में प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायतों में संचालित विकास योजनाओं की समीक्षा की गई । उपायुक्त के निर्देशानुसार आयोजित इस बैठक में निदेशक डीआरडीए श्री सौरभ सिन्हा, निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री राजीव रंजन, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी श्री दीपू कुमार, जिला योजना पदाधिकारी श्री अरूण द्विवेदी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी डॉ. रजनीकांत मिश्रा, जिला कृषि पदाधिकारी श्री मिथिलेश कालिंदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार, मत्स्य पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी व तकनीकी विभागों के पदाधिकारी समेत बीडीओ, सीओ व सभी पंचायतों के मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक व प्रखंड के अन्य पदाधिकारी तथा कर्मचारी बैठक में उपस्थित रहे । उपायुक्त द्वारा सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय समीक्षात्मक बैठक आयोजित करने का आदेश दिया गया है जिसमें जिले के सभी वरीय व विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। अगला बैठक 15 अप्रैल को मुसाबनी में प्रस्तावित है।
बोड़ाम प्रखंड सभागार में आयोजित बैठक में क्रमवार सभी विभागीय योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गई। गर्मी के मौसम को देखते हुए जलमीनार व चापाकल मरम्मती के कार्य को प्राथमिकता से करने का निदेश दिया गया। प्रखंड में अधिष्ठापित कुल 223 जलमीनार में से 64 खराब पड़े हैं जिसे यथाशीघ्र मरम्मती का आदेश दिया गया। सभी मुखिया से अपील किया गया कि आपके क्षेत्र में खराब पड़े चापाकल की सूची अविलंब बीडीओ कार्यालय में उपलब्ध करायें ताकि जल्द से जल्द उन सभी का मरम्मती कराया जा सके। निदेशक एनईपी ने बताया कि जिला स्तर पर सभी प्रखंडों के लिए चापाकल व जलमीनार मरम्मती की टीम गठित की गई है जो युद्धस्तर पर पेयजल स्रोत के मरम्मती का कार्य कर रही है।
15वें वित्त की योजना में खराब प्रदर्शन पर कुईयानी पंचायत के पंचयात सेवक को फटकार लगाते हुए 15 दिनों में अपेक्षित प्रगति लाने अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी गई। कुईयानी में 15वें वित्त की करीब 30 फीसदी योजनायें ही धरातल पर उतरी है, वहीं अन्य पंचायत जिनमें उपलब्धि 70 फीसदी से कम है उनमें भी तेजी लाने का निदेश दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजना अंतर्गत लंबित आवासों को यथाशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2022-23 अंतर्गत बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर आवास योजना अंतर्गत 26 आवास प्रखंड बोड़ाम में लम्बित हैं।
मनरेगा योजना की समीक्षा के क्रम में पिछले वर्ष 113% मानव दिवस सृजन की लक्ष्य प्राप्ति को संतोषजनक बताते हुए वरीय पदाधिकारियों ने इस वर्ष भी शत प्रतिशत मानव दिवस सृजन के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया।मानव दिवस की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि प्रखंड अंतर्गत चार पंचायत लाइलम, बोंटा, भुला एवं माधवपुर में मात्र 55%, 33%, 86% एवं 75% ही लक्ष्य को पूरा किया गया है जिस पर उक्त पंचायतों के ग्राम रोजगार सेवक से पृच्छा की गई।
निदेशक डीआरडीए द्वारा इस वर्ष प्रत्येक ग्राम में 5 योजना नहीं लिए जाने पर संबंधित पंचायतों को गंभीरता से काम करते हुए पांच योजना प्रत्येक ग्राम में लेने का निर्देश दिया गया। शत प्रतिशत मानव दिवस सृजन के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु बोड़ाम प्रखंड को 2287 मानव दिवस सृजन प्रतिदिन करने का निर्देश दिया गया।
मनरेगा योजना अंतर्गत 56 योजनाएं अपूर्ण पाई गई जो 19-20 एवं पूर्व की है। उक्त पर AE/JE मनरेगा को सभी पुरानी योजनाओं को माह अप्रैल में अनिवार्य रूप से बंद कराने का निर्देश दिया गया। पशुधन योजना अंतर्गत 12 योजनाएं वर्तमान में फाउंडेशन लेवल पर रहने पर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा से कारण पूछा गया जिस पर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा ने बताया कि 12 लाभुकों द्वारा अंशदान की राशि जमा नहीं किए जाने के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
वीर शहीद पोटो हो खेल योजना अंतर्गत दो योजना अब तक लंबित रहने के संबंध में बीडीओ ने बताया कि पोखरिया स्थित एक योजना में उपयुक्त जगह नहीं मिलने के कारण अब तक कार्य शुरू नहीं किया जा सका है जिस पर निदेशक डीआरडीए द्वारा सीओ बोड़ाम को पोखरिया पंचायत में अन्य स्थल का चयन कर देने का निर्देश दिया गया। कृषि पदाधिकारी ने पंपसेट वितरण के लिए प्रखंड के योग्य लाभुकों से आवेदन की मांग की। उन्होने बताया कि 80 फीसदी सब्सिडी पर पंपसेट सरकार द्वारा दिया जा रहा है, योग्य लाभुक जल्द से जल्द आवेदन प्रखंड कार्यालय में जमा करायें। साथ ही अन्य सभी विभागीय योजनाओं में भी अधतन प्रगति की समीक्षा कर निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।