Jamshedpur : बुधवार 12 अक्टूबर, 2022
जमात ए इस्लामी जमशेदपूर की जानिब से आज होटल महल इन मे एक पब्लिक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें मशहूर आलिम ए दीन जनाब वालिउल्लाह सईदी फलाही ने ख़िताब किया। (मौजूदा हालात में सब्र व हिकमत के साथ सभी इख़्तिलाफ को खत्म कर इत्तेहाद की कोशिश करना ज़रूरी है) ।
उन्होंने कहा कि हमारा, हमारे रब से ताल्लुक़ मज़बूत से मज़बूत होना चाहिए। आज़माइशों का मुकाबला सब्र, हिकमत और ताल्लुक़ बिल्लाह के ज़रिये होना चाहिए। अल्लाह के रसूल सल्लाहु अलैहे व सल्लम् की जिंदगी आज़माइशों से भरी हुई थी, सहाबा की जिंदगी भी आज़माइशों वाली रही। आज़माइशें बंदा-ए- मोमिन के पास आती हैं तो उसे सब्र करते हुए अल्लाह के साथ अपने ताल्लुक़ को मज़बूत करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुल्क की आज़ादी मे उल्मा ने क़ुर्बानियाँ दी। मुल्क की खुशहाली और तरक़्क़ी के लिए इस्लाम के पैग़ाम को सभी देशवासियों तक पहुँचाना हमारी अहम ज़िम्मेदारी है। हर धर्म मुहब्बत और बंधुत्व की तालीम देता है। देश में नफ़रत मिटाने के लिए एक दूसरे के साथ मिल जुलकर मुहब्बत भाईचारे को बढ़ावा देना वक़्त की ज़रूरत है।
उन्होंने अपने ख़िताब में तीन अहम बातों पर ज़ोर दिया।
पहला, हमारा ताल्लुक़ अपने रब के साथ मज़बूत और गहरा होना चाहिए। लोगोँ से हमारे इखलाक़ और ताल्लुक़ात बेहतर से बेहतर होना चाहिए।
दूसरा, हमें अपनी हर कोशिशों में इखलास और अपने सफों मे इत्तेहाद पैदा करनी चाहिए। इख़्तिलाफ को खत्म करने के लिए हर मूमकिन कोशिश करनी चाहिए।
तीसरा, इस्लाम के प्रति ब्राद्राने-वतन के बीच फ़ैली गलतफहमियों को दूर करनी चाहिए। इस्लाम की सही नुमाइंदगी और सही शिक्षा को देशवासियों के सामने पेश करना हमारी अहम ज़िम्मेदारी है। इसके लिए आपसी बातचीत और भाईचारा को बढाने की कोशिश करने की ज़रूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि घर परिवार और समाज के नव निर्माण मे महिलाओं की अहम भूमिका है। बच्चों की अच्छी शिक्षा और तरबियत हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
महिलाओं को नेक काम करने के लिए सहयोग करें, उन्हे मौक़े फ्राहम करें। नौजवानों को नेकी के काम के लिए उभारें उन्हे हौसला दें ताक़ि वो दीन के सच्चे सिपाही बन सके।
कार्यक्रम की शुरुआत अल्तमश अल्माहि के क़ुरान के तिलावत से हुआ।
जमात-ए-इस्लामी जमशेदपूर के अध्यक्ष मुहम्मद शाहिद ने स्वागत भाषण और कार्यकर्म का उद्देश्य बताया। उन्होंने लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में हमे ऐसे कार्यक्रम करने की ज़रूरत है जिससे मिल्लत को इस्लामी तलीमात् की रौशनी में मौजूदा हालात को समझने और सही दिशा मे कार्य करने का हौसला मिल सके।
कार्यक्रम का संचालन तनवीर अख्तर रूमानी ने किया। तेज़ बारिश के बावजूद प्रोग्राम में बड़ी तादाद में लोगोँ ने शिरकत की। जिसमे महिलाओं की अच्छी तादाद थी।