मानगो नगर निगम में कार्यपालक पदाघिकारी से मुलाकात करते मानगो फ्लैट एंड रेजिडेंशियल सोसायटी के प्रतिनिधि |
बढ़े हुए होल्डिंग टैक्स को कम कराने को लेकर मानगो वासी एक ओर जहां प्रयासरत हैं, तो वहीं दूसरी ओर मानगो नगर निगम होल्डिंग टैक्स वसूली को लेकर भी सक्रिय है। इस सम्बंध में निगम ने मानगो के सोसायटियों को एक पत्र भी भिजवाया। जिसमें लिखने की शैली को लेकर सोसायटी के अधिकारी और लोगों में रोष था। जानकारी के अनुसार मानगो सोसायटी, फ्लैट एवं कॉलोनी के प्रतिनिधियों ने इस सम्बंध में आज मानगो नगर के कार्यपालक पदाधिकारी श्री सुरेश यादव से मुलाकात की और कहा कि नगर प्रबंधक द्वारा भेजे गए पत्र की शैली अभद्रता पूर्ण और धमकी भरा था। जो कि दर्शाता है कि निगम जबरन वसूली पर उतर आया है। मानगो सोसायटी के सचिव ने कहा कि इस पत्र की भाषा निहायत ही बेहूदा और बचकाना है। सिटी मैनेजर का आदेशात्मक लहजा नाकाबिले बर्दाश्त है। किसी सोसाइटी का सचिव किसी का पेड सर्वेंट है क्या? मानगो नगर निगम के नगर प्रबंधक के गैर जिम्मेदाराना पत्र जारी करने के संबंध में निश्चित रूप से सवाल पूछा जाना चाहिए?
वहीं मानगोवासी एस सिंह का कहना था इस तरह का पत्र तो बैंक का कर्जा खाने वाले को भी नही दिया जाता है। जिस तरह से निगम के नगर प्रबंधक ने किया है। हम कर्जदार नहीं हैं। बल्कि टैक्स पेयर हैं। पत्र पर हस्ताक्षर करने का क्या सिटी मैनेजर ऑथराइज्ड पर्सन है?
सोसायटी प्रतिनिधियों की बातों को सुनकर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि भेजे गए पत्र और उसकी भाषा शैली के लिए उन्हें खेद है। और उन्हों के इस बात को स्वीकार किया कि पत्र की भाषा अभद्रतापूर्ण थी। साथ ही उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि होल्डिंग टैक्स कम नहीं होगा, साथ ही पेनाल्टी भी लगाई गई है जिसे मानगो वासियों को हर हाल में भरना ही पड़ेगा।
नगर निगम के नगर प्रबंधक द्वारा अभद्र भाषा में भेजे गए पत्र। |