सरायकेला (Jay Kumar) : महिला महाविद्यालय, सरायकेला के आईआईसी सेल और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान से कॉपीराइट विषय पर एक सेमिनार आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता प्राचार्य डॉ. स्पार्कलीन देई थे। उन्होंने इस अवसर पर कॉपीराइट के महत्व पर प्रकाश डाले।
उन्होंने छात्राओं का कॉपीराइट के दायरे में आने वाल पोयम्स नोवेल्स, प्रेजेंटेशन, कंप्यूटर प्रोग्राम्स, डेटाबेस, पेंटिंग आदि के बारे में विस्तृत प्रकाश डाले। उन्होंने सरल शब्दों में वर्तमान में कॉपीराइट के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताए। उन्होंने छात्राओं को कॉपीराइट विभिन्न फायदो के बारे में बताए। उन्होंने कॉपीराइट के बारे में संबंधित कानुनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताए कि लेखक की जीवन काल के बाद 60 सालों तक उनकी किताबों को कॉपीराइट के तहत रिजर्व रखा जाता है।
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उन्होंने छात्राओं एवं शिक्षकों को अपनी मौलिक क्षमता को लेखन के माध्यम से उभारने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा कि यदि आप अपने लेखन तथा कला का कॉपीराइट नहीं करवाते है तो कोई दूसरा कॉपीराइट के माध्यम से हकदार हो जाएगा।
सेमिनार में मंच का संचालन इतिहास विभाग के शिक्षक चंद्रशेखर राय ने की। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग के शिक्षक राजेश कुमार मंडल, राजनीतिक विभाग के शिक्षिका चम्पा पॉल, भूगोल विभाग के शिक्षिका प्रेमा नूतन गरी तथा हिन्दी विभाग के शिक्षिका श्वेत लत्ता तथा महाविद्यालय के छात्राएं उपस्थित रहे।