हैदराबाद: हैदराबाद के उभरते हुए युवा संगीतकार श्रीकर जे ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर अपने अलग तरीके से भगवान शिव के प्रति श्रद्धा प्रकट की है. उन्होंने शिव तांडव स्त्रोत का फ्यूजन तैयार किया है जो सुनने में अपनी प्राचीनता के साथ ही आधुनिकता को भी समेटे हुए है. लगभग तीन मिनट के इस शिव तांडव स्त्रोत को सुनने के बाद निश्चित रूप से आपका मन प्रसन्नता से भर उठता है. श्रीकर अभी सिर्फ 16 साल के हैं और हाल ही में 12वीं कक्षा में आए हैं. वे लंबे समय से कर्नाटक शास्त्रीय संगीत की विद्या सीख रहे हैं.
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श्रीकर की मधुर आवाज और फ्यूजन म्यूजिक ने इस स्त्रोत को और भी अधिक ऊर्जा से भर दिया है. श्रीकर के पूरे परिवार में शास्त्रीय संगीत की समझ रखने वाले लोग है. उनके पिता जे श्रीनिवास खुद भी शास्त्रीय संगीत के अच्छे जानकार हैं और उनका समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान करते रहते हैं. श्रीकर बताते हैं कि उन्हें संगीत को कंपोज करने और उसमें नए प्रयोग करना उतना ही पसंद है जितना स्वयं अपनी आवाज देना. हमें पता ही है शिव ताडंव स्तोत्र खुद भी ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है. कहा जाता है कि इस स्त्रोत का पाठ करने से साधक में भी असीम ऊर्जा का प्रवाह होता है. उसे उत्कृष्ट व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है. जबकि तांडव नृत्य भगवान शिव के द्वारा किया जाने वाला अलौलिक नृत्य है जिसके वर्णन से हमारे पुराण भरे हुए हैं.
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